नीमच। भारत में गाय को माता का दर्जा दिया गया है। इसलिए गाय को हम गौमाता कहते हैं। लेकिन मध्य प्रदेश में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां पर गौशाला चलाने की वजह से एक मुस्लिम महिला को उसके परिवार वालों ने उसे घर से निकाल दिया है और अब जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं।
मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय गाय सेवा की अध्यक्ष मेहरुन्निसा खान को गायों को सुरक्षा देने के लिए और गौशाला चलाने की वजह से उसके पति और ससुराल वालों द्वारा धमकी दी गई है। मेहरुन्निसा खान के माता-पिता और बेटी भी उनके इस काम के खिलाफ हो गए हैं।
जिस दिन से मैं यह काम करना शुरू की हूं, मुझे न सिर्फ बाहरी लोगों से बल्कि अपने परिवार वालों से भी जान से मारने की धमकी मिल रही है। घर छोड़ने के बाद भी वे मुझे यह काम छोड़ने के लिए कह रहे हैं, क्योंकि इससे उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंच रही है। मैं यह नहीं समझ पा रही हूं कि गायों के लिए काम करने से किस तरह से उनकी प्रतिष्ठा को आंच पहुंच रही है।
धमकियों के बावजूद भी मेहरुन्निसा अपने घर से 500 किलोमीटर दूर नीमच जिले में एक गौशाला चलाने का काम जारी रखी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें जान से मारने की धमकियां यह काम करने से नहीं रोक सकती हैं औऱ वे इसे जारी रखेंगी।
मुझे यह काम करने से सुकून मिलता है। जब मैं उन लोगों के लिए काम करता हूं जो खुद के लिए भी बात नहीं कर सकते हैं। मैं उनके लिए काम करना जारी रखूंगा और इन खतरों की वजह से मैं यह काम करना बंद नहीं करूंगी।
इस बीच, एक सेवानिवृत्त शिक्षक मदन ओझा, जो मेहरुन्निसा को गौशाला चलाने में मदद कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि गौ संरक्षण को सांप्रदायिक मुद्दे नहीं बनाना चाहिए।
मुझे आशा है कि मेरी गौशाला उन सभी के लिए एक मिसाल बन जाएगी जो नफरत फैलाना चाहते हैं। हमें यहां कोई धार्मिक अंतर नहीं लगता है क्योंकि हर कोई एक महान काम करना चाहता है। अब जब मेहरुन्निसा इसमें शामिल हो गई हैं तो मुझे लगता है कि यह गौशाला और आगे बढ़ेगा और पूरे देश में शांति के मिसाल के तौर पर जाना जाएगा।