झारग्राम। पश्चिम बंगाल में सांप्रदायिक सद्भावना का एक नायाब उदाहरण देखने को मिला है। यहां के झारघ्राम जिले में एक ही परिसर में एक मंदिर और एक मस्जिद पिछले 25 वर्षों से बने हैं।
नारायण चंद्र आचार्य के आवास के नीचे यहां पर मुस्लिम पवित्र कुरान पढ़ते हैं, तो हिंदू भगवान शिव की पूजा करते हैं। आचार्य नारायण एक ब्राह्मण हैं जो इस स्थान की देखभाल करने वाले हैं।
उन्होंने बताया कि हम सभी एक ही भगवान के बच्चे हैं और हम सभी मरने के बाद उनके ही पास जाएंगे। यहां कोई भेदभाव या धार्मिक संघर्ष नहीं है और दोनों समुदायों के लोग भजन गाते हैं और साथ ही कुरान से छंद पढ़ते हैं।
एक स्थानीय मुस्लिम भक्त जहरा बीबी ने कहा कि यहां पर हमें काली मां के दर्शन मिलते हैं तो साथ-साथ हम अपना नमाज भी पढ़ने को मिलता है, जिसकी वजह से यह जगह बहुत खास है। मैं यहां अपने परिवार के साथ आती हूं।
दोनों धर्मों की पूजा की जगहें एक ही परिसर में मौजूद हैं, लेकिन दोनों समुदायों के बीच कभी संघर्ष नहीं हुआ है।
हिंदू भक्त चितरंजन मजूमदार ने कहा कि मैंने अपने पूरे जीवन में ऐसी जगह कभी नहीं देखी है जहां शिव बाबा और फकीर बाबा एक साथ हैं। हम चाहते हैं कि यह काम पूरी दुनिया में हो, ताकि हम सभी शांति और सद्भाव में रह सकें।