मथुरा मे शिक्षक भर्ती घोटाले सामने आने से हडकम्प मचा गया है। लखनऊ की एसटीएफ की टीम ने पहले ही सोलह फर्जी शिक्षको को गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है, वहीं मथुरा मे तैनात रहे पूर्व बीएसए संजीव कुमार को एसटीएफ की टीम ने हिरासत मे लेकर मथुरा कोतवाली परिसर मे घंटो पुछताछ की। शिक्षक भर्ती घोटाले के मास्टरमाइंड महेश बाबू से भी एसटीएफ की टीम ने घण्टों पुछताछ की।
क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि 2017 में प्रदेश में 12000 से ज्यादा शिक्षको की भर्ती हुई थी, जिसने मथुरा जनपद के 256 शिक्षकों के पद भरे जाने थे। बीएसए कार्यालय में तैनात लिपिक महेश कुमार ने फर्जी दस्तावेज लगाकर अधिकारियों की सांठगांठ से फर्जी शिक्षक तैनात कराये गये। जिसमें 25 शिक्षकों के खिलाफ पहले ही मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई की जा चुकी हैं। वहीं मास्टरमाइंड महेश बाबू को निलंबित कर के एसटीएफ की टीम ने कल ही गिरफ्तार कर लिया था। कई दिनों से लखनऊ एसटीएफ की टीम मथुरा में डेरा डाल रखा हैं, और फर्जी शिक्षकों की गिरफ्तारी कर रही हैं, एसटीएफ की टीम ने कल 16 फर्जी शिक्षकों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। एसटीएफ ने मथुरा में पूर्व बीएसए संजीव कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। वहीं भर्ती घोटाले के मास्टरमाइंड महेश कुमार से एसटीएफ की टीम को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। मथुरा में फर्जी दस्तावेज लगाकर शिक्षकों की तैनाती की गई जिसमें लिपिक महेश कुमार ने मोटी रकम लेकर शिक्षकों की भर्ती कराई इस पूरे मामले को लेकर एसटीएफ की टीम शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच कर रही है। एक बात तो जाहिर है मथुरा में बड़े स्तर पर शिक्षक भर्ती घोटाला हुआ, वहीं इस पूरे भर्ती घोटले के तार प्रदेश भर में जरूर फैले होंगे।
हिंद न्यूज टीवी के लिए मथुरा से राहुल खरे