हैदराबाद। अखिल भारतीय मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी पर अल्पसंख्यकों के खिलाफ घृणा और सांप्रदायिकता का जहर फैलाने का आरोप लगाया।
असदुद्दीन औवैसी का यह बयान उसके बाद आया है जब लखनऊ के पासपोर्ट कार्यालय में एक शख्स और उसकी पत्नी पर कथित रूप से उत्पीड़ित करने का आरोप लगाया गया।
ओवैसी ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि जबसे बीजेपी सत्ता में आई है, तबसे ही अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से मुसलमानों और दलितों के खिलाफ घृणा और सांप्रदायिकता जहर फैलाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अब ऐसी स्थिति आ गई है कि सरकारी अधिकारी भी वयस्कों के विवाह पर सवाल उठाने लगे हैं।
इससे पहले, आज तन्वी सेठ और मोहम्मद अनास सिद्दीकी ने दावा किया कि उन्हें एक लखनऊ पासपोर्ट कार्यालय में एक अधिकारी द्वारा परेशान किया जा रहा था, क्योंकि मेरा विवाह एक मुसलमान से हुआ है और मैंने अपना नाम नहीं बदला है।
मीडिया को संबोधित करते हुए महिला ने कहा कि उसे परेशान किया जा रहा था क्योंकि अधिकारी ने वैवाहिक स्थिति पर सवाल उठाया था और उससे पूछा कि उसने अपना नाम क्यों नहीं बदला है।
क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय, लखनऊ ने पहले स्पष्ट किया था कि इनका पासपोर्ट जारी किया जा चुका है।
इस मामले पर शिकायत दर्ज करते हुए तन्वी ने बुधवार को ट्विटर के जरिये अपनी शिकायत विदेश मंत्री तक पहुंचाई और न्याय की मांग की।