कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को एक आतंकवादी संगठन कहा।
अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सुप्रीमो ममता ने कहा कि हम बीजेपी की तरह एक आतंकवादी संगठन नहीं हैं। वे न केवल ईसाइयों,
मुसलमानों बल्कि हिंदुओं के बीच भी झगड़े पैदा कर रहे हैं और उन्हें आपस में लड़ा रहे हैं।
बता दें, ममता का बयान उसके बाद आया है जब राज्य में बीजेपी और टीएमसी के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है।
2 जून को, बीजेपी कार्यकर्ता दुलल कुमार का शरीर पुरुलिया जिले के बलरामपुर इलाके में एक पोल से लटका हुआ पाया गया था।
इसी प्रकार, 30 मई को, एक अन्य बीजेपी कार्यकर्ता त्रिलोचन महातो का शरीर उसी जिले के पेड़ से लटका पाया गया था।
इसके बाद कम से कम दो टीएमसी श्रमिकों की मौत हो गई।
इन घटनाओं के बाद, टीएमसी ने बीजेपी पर कथित हत्याओं के लिए आरोप लगाया, जबकि बाद में उनके दावों को खारिज कर दिया।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में लगातार हो रही राजनीतिक हत्याओं पर बुधवार को बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने विवादित बयान दे दिया था। उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं को मारी जा रही हर गोली को गिना जा रहा है, जो लोग राज्य में इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं वो जल्द ही जेल में होंगे या सीधे उनका एनकाउंटर कर दिया जाएगा।
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की अगले सप्ताह होने वाली बंगाल यात्रा की तैयारी में जुटे दिलीप घोष मंगलवार को जलपाईगुड़ी में थे। यहां पर वो जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि जिला प्रशासन ममता बनर्जी सरकार के इशारे पर काम कर रहा है।
एनडीटीवी की खबर के मुताबिक, शोले फिल्म के विलेन गब्बर सिंह के फेमस डायलॉग को बोलते हुए उन्होंने कहा कि बंदूक में कितनी गोलियां हैं। गोलियों को गिना जाएगा…. और लाशों की भी गिनती होगी।
घोष ने अपने भाषण के माध्यम से राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को एक संदेश दिया कि टीएमसी द्वारा बीजेपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ हो रही हिंसा का बदला हिंसा के जरिए लिया जाएगा। बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष के इस विवादित बयान के तुरंत बाद ही पुलिस ने उनके और तीन अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।