आपमें से कई लोग शाओमी यानी की MI का स्मार्टफोन इस्तेमाल करते होंगे।क्योंकि शाओमी भारत में नंबर स्मार्टफोन कंपनी भी बन चुकी है।25 मई 2018 से यूरोपियन जेनरल डाटा प्रोटेक्शन रेगुलेशन (GDPR) लागू हो गया है जिसके बाद कई टेक्नोलॉजी कंपनियों ने अपनी प्राइवेसी पॉलिसी में बदलाव किए हैं।कहना का मतलब यह है की अब अपको अपने फोन को अपनी सारी निजी जानकारी देनी होगी जिसे जानना आपके लिए बहुत जरूरी है।
कंपनी के पास होगी आपकी सारी निजी जानकारी:-
शाओमी की नई प्राइवेसी पॉलिसी के मुताबिक कंपनी आपके नाम, आपकी जन्म तारीख, लिंग आदि के बारे में जानकारी इकट्ठा कर सकती है। हालांकि कंपनी ने यह भी कहा है कि आपकी निजी जानकारियों को सर्वर पर अपलोड नहीं किया जाएगा।
आपका मोबाइल नंबर:-
अगर आप शाओमी की सर्विसेज का इस्तेमाल करते हैं तो कंपनी आपका मोबाइल नंबर, ई-मेल आईडी और दूसरी निजी जानकारी को अपने पास रखेगी।
आपके ऑफिस का पता:-
आप कहां काम करने जाते हैं और किस दफ्तर में काम करते हैं और आप किस पोस्ट पर काम करते हैं। आपकी पढ़ाई कहां से हुई है, आपने कहां से ट्रेनिंग ली है। कंपनी को इन सभी के बारे में पता होगा।
आपके घर का पता:-
शाओमी आपके घर का पता भी अपने पास रख सकती है। अगर आपने शाओमी की वेबसाइट से किसी सामान को खरीदा है और डिलिवरी के घर का पता दिया है तो कंपनी अपने आपकी इस जानकारी को रख सकती है।
पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस की जानकारी:-
कंपनी ने अपनी पॉलिसी में कहा है कि वह सरकार द्वारा जारी पहचान पत्र के बारे में भी अपने पास जानकारी रख सकती है। इसमें पासपोर्ट, वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस आदि शामिल हैं। उदाहरण के लिए शाओमी की किसी सर्विस के लिए अगर आपने कभी कोई पहचान पत्र दिया है तो कंपनी उसे सेव करके रख सकती है।
फोटो और डाटा:-
शाओमी फोटो और डाटा को स्टोर करने के लिए अपने यूजर्स को एमआई क्लाउड सर्विस फ्री में देती है लेकिन इस पर अपलोड होने वाले हर एक चीज पर कंपनी नजर रख सकती है और उन्हें स्टोर भी कर सकती है।
सिम कार्ड से संबंधित जानकारी:-
शाओमी अपके सिम कार्ड से संबंधित जानकारी भी अपने पास रख सकती है जिनमें मोबाइल नंबर, IMEI नंबर, IMSI नंबर, मैक एड्रेस और सीरियल नंबर शामिल हैं।
आपकी लोकेशन:-
शाओमी आपकी लोकेशन को भी ट्रैक कर सकती है। जैसे- आप किस देश में रहते हैं, कौन-से शहर में रहते हैं, नेटवर्क प्रोवाइड कंपनी का नाम और भाषा जैसी जानकारियां शामिल हैं। अगली स्लाइड में जानें क्या आप कंपनी को डाटा स्टोर करने से रोक सकते हैं।
अगर आप कंपनी को अपनी जानकारियों के बारे में एक्सेस नहीं देते हैं तो आप कंपनी की सारी सेवाओं को इस्तेमाल नहीं कर सकते। ऐसे में आपको कंपनी को शर्तों को मानना ही पड़ेगा।
[हिन्द न्यूज टीवी की ब्यूरों रिपोर्ट]