पिछले 3 सालों से चला आ रहा बीजेपी-पीडीपी गठबंधन आज टूट गया, वहीं बीजेपी के ऐलान के बाद महबूबा मुफ्ती ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने राज्यपाल एनएन वोहरा को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
मिली जानकारियों के मुताबिक, केंद्र सरकार चाहती थी कि जम्मू-कश्मीर में बड़े पैमाने पर आतंकवाद का सफाया किया जाए, जिसमें कहीं न कहीं राज्य सरकार अड़चन बन रही थी। वहीं इसके बाद बीजेपी ने ये फैसला लिया। ऐसे में केंद्र सरकार की मंशा वहां पर राष्ट्रपति शासन लगवाकर आतंकवाद का सफाया करने की हो सकती है। हालांकि, बीजेपी ने अपना समर्थन वापस लेने की चिट्ठी राज्यपाल को सौंप दी है और वहां राज्यपाल शासन लगाने की मांग भी की है।
ऐसे में अगर जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लगता है तो उम्मदी जताई जा रही है कि सेना के हाथ खुलेंगे और आतंकवाद का सफाया बड़े पैमाने पर होना शुरू हो जाएगा।