मुंबई। अरविंद केजरीवाल को अब शिवसेना का भी समर्थन मिल गया है। शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा है कि दिल्ली के सीएम ने विरोध का जो तरीका अपनाया है, वह अद्भुत है। उद्धव ठाकरे ने अरविंद केजरीवाल से बात की है और कहा कि दिल्ली की जनता के लिए काम करना उनका अधिकार है, क्योंकि उनकी सरकार को दिल्ली की जनता ने चुना है। लेकिन दुख इस बात का है कि उनके साथ जो हो रहा है वह दुर्भाग्यपूर्ण है और यह लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने आज यह बताया।
गौरलतब है कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पिछले छह दिनों से अनिल बैजल के घर में धरने पर बैठे हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आंध्रप्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू, केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन और कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी आज केजरीवाल से मिलने वाले थे।
उपराज्यपाल अनिल बैजल द्वारा केजरीवाल से मुलाकात की मंजूरी नहीं मिलने के बाद ये चारों मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पहुंचे। सभी मुख्यमंत्री रविवार को पीएम मोदी की अध्यक्षता में होने वाली नीति आयोग की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली आए हुए थे।
अरविंद केजरीवाल पिछले 8 दिनों से धरने पर बैठे हैं। उन्होंने कहा था कि, हम तब तक यहां से नहीं जाएंगे, जब तक LG साब IAS अधिकारियों को मेरी सरकार के साथ फिर सहयोग शुरू करने का निर्देश नहीं देते। तीन महीने से वे हमारे द्वारा आहूत की गई बैठकों में आने से इंकार कर रहे हैं, और किसी भी निर्देश का पालन करने से भी। क्या आपने देश के किसी भी हिस्से में IAS अधिकारियों के काम करना छोड़ देने के बारे में सुना है…?
आपको बता दें, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीन दिन पहले ही अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के आंदोलन को अपना समर्थन दिया था। ममता बनर्जी ने ट्वीट किया था, ‘दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल देश की राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ दिनों से उप राज्यपाल के कार्यालय में बैठे हैं। निर्वाचित मुख्यमंत्री को अवश्य ही उचित सम्मान मिलना चाहिए।’ ममता ने ट्विटर पर लिखा था, ‘मैं भारत सरकार एवं दिल्ली के उप राज्यपाल से समस्या का तत्काल समाधान करने की अपील करती हूं। ताकि लोगों को परेशानी न हो।’