लंदन। सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार रेहम खान ने पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ की अपनी आने वाली पुस्तक में जमकर आलोचना की है। जनरल मुशर्रफ ने रेहम खान पर टिप्पणी की थी, जिसके लिए उन्हें रेहम की आलोचना झेलनी पड़ रही है।
अपने आधिकारिक ट्वीटर एकाउंट से मुशर्रफ ने नवाज शरीफ के पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के एजेंडे पर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ और रेहम के पूर्व पति इमरान खान को कथित तौर पर बदनाम करने का आरोप लगाया था।
मुशर्रफ ने ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से दोबारा ट्वीट किया कि पीएमएलएन द्वारा रेहम खान का इस्तेमाल किया जा रहा है, ऐसा मैंने व्हाट्सएप संदेशों में कुछ सामग्री पढ़ी है, उन्हें खुद से शर्मिंदा होना चाहिए कि आपको ऐसी चीजें और विशेष रूप से एक महिला के लिखना शोभा नहीं देती हैं…”
मुशर्रफ के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए रेहम ने एएनआई को बताया कि जनरल परवेज मुशर्रफ ने ट्वीट किया है कि एक महिला को ऐसी बातें नहीं बोलनी चाहिए। इसका मतलब है कि पुरुष कुछ भी कर सकते हैं, लेकिन बहुत कुछ देखने के बाद महिला को चुप रहना चाहिए। सवाल उठता है क्यों? क्या मुझे या किसी अन्य महिला को नहीं बोलना चाहिए? कौन तय करेगा कि महिलाओं को क्या बोलना चाहिए और लिखना चाहिए और उसे क्या अवगत कराया जाना चाहिए। यह गलत बात है।
रेहम ने कहा कि अगर अल्लाह ने मुझे एक आवाज दी है, तो उसने आपको भी वही दिया है। हमारे पास भी वही खून है। आज के युद्ध में, अगर कोई ड्रोन बटन ट्रिगर कर रहा है, तो उंगली किसी महिला या पुरुष में से किसी की भी हो सकती है। पुराने तरीके से युद्ध कैसा लड़ा जाता था, उसका तरीका अब बदल गया है। उन्हें तकलीफ हो रही है, क्योंकि मैंने नियम तोड़ दिए हैं और किसी के गलत काम करने के बारे में बात नहीं करनी चाहिए।
एक विदेशी पाकिस्तानी, रेहम खान ने जनवरी 2015 में पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी और राजनेता इमरान खान से शादी की। जिसके बाद 30 अक्टूबर, 2015 को उनका तलाक हो गया।
ऐसा माना जा रहा है कि उनकी आने वाली पुस्तक इमरान खान और उनके राजनीतिक जीवन के साथ उनके रिश्ते का भी खुलासा करेगी।
अगले महीने पाकिस्तान में आम चुनाव होने वाले हैं, और आरोप हैं कि रेहम की पुस्तक राजनीतिक रूप से प्रेरित है और पीएमएल (एन) द्वारा समर्थित है।
रेहम खान ने इनकार करते हुए कहा कि मेरा पीएमएल (एन) के साथ कोई संबंध नहीं है और मैंने कभी बातचीत तक नहीं की है और न ही नवाज शरीफ से कभी मुलाकात की है। सच्चाई तो यह है कि नवाज शरीफ आज की तारीख में जितने मजबूत हैं, उतने मजबूत वे कभी नहीं रहे और यह मेरी किताब के कारण नहीं हुआ है। किताब तो अभी तक छपकर आई भी नहीं है, लेकिन पिछले एक साल में उनकी स्थिति बदल गई है। इससे पहले, वह प्रधानमंत्री थे, अब पार्टियों के लोग उनकी सराहना कर रहे हैं। मैं उनके एजेंडे पर काम नहीं कर रही हूं।
अगर मैंने एक किताब लिखी है और नवाज शरीफ ने मुझे ऐसा करने के लिए कहा है, तो वह मेरे विवाह (इमरान खान के साथ) या तलाक के लिए ज़िम्मेदार भी हो सकते हैं। यह बहुत हास्यास्पद बात है। अब, कह रही हूं कि मैं पीएमएल (एन) के एजेंडे पर हूं, फिर यह राजनीति है। आपके पास कोठरी में कंकाल क्यों हैं? रेहम खान ने कहा कि अपनी पुस्तक को लेकर बहुत आशान्वित हूं।