सिहोर (एएनआई)। आयु 72 वर्ष। नाम- लक्ष्मी बाई। काम- टाइपिंग। जगह- सिहोर, मध्य प्रदेश। जी हां, आप बिल्कुल सही पढ़ रहे हैं। जब लोग जिंदगी जीने की आश लगभग छोड़ चुके होते हैं, उस समय में यह महिला अपने जीविकोपार्जन के लिए सिहोर में जिला कलेक्टरेट के सामने टाइपराइटर पर दस्तावेजों को लिखकर अपने लिए आजीविका कमाती है।
जीवन के प्रति इनकी प्रतिबद्धता ने स्टार क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग का भी ध्यान आकर्षित किया, तो वीरेंद्र सेहवाग ने उन्हें ट्विटर पर “सुपरवुमैन” कहा।
लक्ष्मी बाई ने एएनआई को बताया कि मेरी बेटी का एक्सीडेंट हो गया जिसके उपचार में बहुत अधिक पैसे खर्च करने पड़े। मेरे पास पैसे नहीं थे तो मैंने लोगों से कर्ज लिया। उस कर्ज को चुकाने के लिए मुझे यह काम करना पड़ता है और इसी से अपनी आजीविका भी चलाती हूं। मैं भीख नहीं मांग सकती हूं। इसलिए काम करके अपना पेट पालती हूं। मुझे जिला कलेक्टर राघवेंद्र सिंह और उप-मंडल मजिस्ट्रेट भावना विलाबे की मदद से यह नौकरी मिली।
आपको बता दें, लक्ष्मी बाई का नाम सुर्खयों में तब आया जब 12 जून को सहवाग ने ट्विटर पर एक वीडियो साझा किया और कहा कि भारतीय युवा उससे बहुत कुछ सीख सकते हैं।
“मेरे लिए एक सुपरवुमैन हैं। वह मध्य प्रदेश में सिहोर में रहती है और युवाओं के पास उससे सीखने के लिए बहुत कुछ है। न केवल गति, बल्कि आत्मा और एक सबक जो कोई काम छोटा नहीं है और कोई उम्र सीखने और काम करने के लिए पर्याप्त नहीं है, “सहवाग ने ट्वीट किया।
A superwoman for me. She lives in Sehore in MP and the youth have so much to learn from her. Not just speed, but the spirit and a lesson that no work is small and no age is big enough to learn and work. Pranam ! pic.twitter.com/n63IcpBRSH
— Virender Sehwag (@virendersehwag) June 12, 2018
वीरेंद्र सहवाग को उनके बारे में ट्वीट किए जाने के बारे में जब उनसे पूछा गया तो लक्ष्मी बाई ने कहा कि बहुत अच्छा महसूस हुआ कि वीरेंद्र सहवाग ने मेरा वीडियो साझा किया। मुझे अपना कर्ज चुकाने और स्थायी घर पाने में मदद की ज़रूरत है।
[फोटो साभार-एएनआई]