बिहार: सीबीआई ने सृजन घोटाले के संबंध में 8 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया हैं, जिसमें पूर्व बैंक के अधिकारियों और सृजन महिला विकास समिति के अधिकारियों ने खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र, विश्वास का उल्लंघन, धोखाधड़ी और बहुमूल्य सुरक्षा की जालसाजी,का मामला दर्ज कराया गया हैं। आपको बता दे की बिहार का सृजन घोटाला लगभग 700 से 800 करोड़ का हैं।
Bihar: CBI registers case against 8 persons in connection with Srijan Scam, including former bank officials and Srijan Mahila Vikas Samiti officials under criminal conspiracy, breach of trust, cheating and forgery of valuable security,
— ANI (@ANI) June 13, 2018
कौन हैं सृजन घोटाला का आरोपी
इस पूरे घोटाले की सरगना या मास्टरमाइंड मनोरमा देवी नामक महिला हैं को माना जाता हैं जिनका 2017 के फरवरी महिने में निधन हो चुका हैं। मनोरमा देवी की मौत के बाद उनकी बहू प्रिया और बेटा अमित कुमार इस घोटाले के सूत्रधार बने। गौरतलब हैं की प्रिया झारखण्ड कांग्रेस के वरिस्ठ नेता अनादि ब्रह्मा की बेटी हैं। अनादि ब्रह्मा को पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय का करीबी माना जाता हैं।
मनोरमा देवी और उनकी संस्था सृजन को शुरू के दिनों में कई आईएएस अधिकारियों जिसमें – अमिताभ वर्मा, गोरेलाल यादव, के पी रामैया शामिल हैं, ने बढ़ाया। गोरेलाल यादव के समय एक अनुसंशा पर दिसंबर 2003 में सृजन के बैंक खाते में सरकारी पैसा जमा करने का आदेश दिया गया। उस समय बिहार की मुख्यमंत्री राबड़ी देवी थीं। रामैया ने 200 रुपये के महीने पर सबौर ब्लॉक में एक बड़ा जमीं का टुकड़ा सृजन को दिया।
कैसे हुआ सृजन घोटाला
अभी तक की जांच में ये पाया गया कि सरकारी राशि को सरकारी बैंक खाता में जमा करने के बाद तत्काल अवैध रूप से साजिश के तहत या तो जाली दस्तखत या बैंकिंग प्रक्रिया का दुरुपयोग कर ट्रांसफर कर लिया जाता था। जब भी किसी लाभार्थी को चेक के द्वारा सरकारी राशि का भुगतान किया जाता था तो उसके पूर्व ही अपेक्षित राशि सृजन द्वारा सरकारी खता में जमा कर दिया जाता था।
अभी तक सृजन घोटाले में 14 केस सीबीआई द्वारा दर्ज किए जा चुके हैं।
CBI registers four more cases in connection with Srijan scam, total 14 cases have been registered in connection with the scam till date.
— ANI (@ANI) June 13, 2018