पटना। लोकतांत्रिक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव नेतृत्व में पटना के कारगिल चौक पर डीजल, पेट्रोल और गैस की बढ़ती कीमतों के खिलाफ विरोध मार्च निकाला गया। इस मौके पर उनके साथ रमई राम भी नजर आए। पिछले काफी दिनों से डीजल और पेट्रोल की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही थीं।
हालांकि, इस समय बढ़ नहीं रही हैं, बल्कि घट रही हैं। लेकिन इतनी नहीं घट रही हैं, जितनी की बढ़ रही थीं। तेल की कीमतों में बढ़ोतरी होने से महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है, क्योंकि परिवहन लागत बढ़ती जा रही है। जिससे आवश्यक वस्तुओं के दाम बढ़ते जा रहे हैं।
आपको बता दें, शरद यादव जनता दल यूनाइटेड के लगातार दो बार राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। लेकिन नीतीश कुमार के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं रहा। बिहार में महागठबंधन की सरकार चल रही थी, लेकिन नीतीश के अचानक पलटी मारने के बाद शरद यादव ने बागी तेवर अपना लिया।
नीतीश कुमार महागठबंधन से अलग होकर भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर बिहार में सरकार बना लिए। यह बात शरद यादव को नागवार गुजरी और उन्होंने नीतीश कुमार के मना करने पर भी लालू की रैली में शामिल हुए। उसके बाद नीतीश कुमार ने नेता राज्यसभा का पद भी शरद यादव से छीन लिया और दूसरे को राज्यसभा में नेता बना दिया और शरद यादव का राज्यसभा की सदस्यता चली गई।
उसके बाद शरद यादव ने लोकतांत्रिक जनता दल की स्थापना करके अपनी राजनीतिक जमीन तलाशने की कोशिश में लगे हैं। हालांकि, शरद यादव केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं और उन्हें सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार भी मिल चुका है। इसके अलावा शरद यादव लगातार 43 वर्षों तक संसद में रहे हैं। 1974 में वे पहली बार जबलपुर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे।
इंदिरा गांधी, अटल बिहारी बाजपेई के बाद शरद यादव देश के तीसरे ऐसे नेता हैं जिनके नाम तीन राज्य से सांसद चुने जाने का श्रेय जाता है। पहले वे मध्य प्रदेश से लोकसभा पहुंचे थे। वे बदायूं, उत्तर प्रदेश से भी सांसद चुने गए और बिहार के मधेपुरा से सांसद रहे हैं। शरद यादव सात बार लोकसभा के सांसद रह चुके हैं और तीन बार राज्यसभा के लिए चुने गए हैं।