गली मोहल्ले से लेकर समाज के उन चौराहो तक इस बात का ढोल पीटा जा रहा है। कि महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। महिलाओं को उनके अधिकार देने हैं। जिनकी वो हकदार हैं। लेकिन जब हक देने वाला ही हक छीनने वाला बन जाए। तो फिर हक की क्या मजाल कि वो महिलाओं को मिल पाए। वहीं पति-पत्नी के रिश्ते को गंगा जल की तरह पवित्र और पावन माना जाता है, लेकिन जब पति ही पत्नी का दलाल बन जाए तो पवित्रता जैसे शब्द को भी शर्म आने लगती है।
हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं।क्योंकि जो मामला हमारी नजरों में आया है।उसने हर शादीशुदा औरत को ये सोचने पर मजबूर कर दिया है। कि वो अपने परमेश्वर जैसे पति पर भरोसा जताए भी तो कैसे।
अलीगढ़ से लव-जिहाद का मामला सामने आया। पहले युसूफ नाम के मु्स्लिम लड़के ने हिन्दू लड़की से। हिन्दू रीति रिवाज से शादी रचाई।. और उसके बाद जबरन उससे। एक बार फिर निकाह किया।. इस मूले का मन यहीं नहीं माना। इसने लड़की का धर्म परिवर्तन करवा डाला। आगे की दास्तान आप सुनेंगे तो आप का रिश्तों और रिश्तेदारों पर से विश्वास उठ जाएगा। लड़की के जेठ ने उससे जबरन संबंध बनाए। पीड़िता का अश्लील वीडियो बनाया.. और उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया।
इतने पर भी इस पति और इसके परिवार का अभी मन नहीं भरा था।क्योकि इनको तो दरिदंगी की वो सारी हदें पार करनी थी।. जहां इंसानियत को भी शर्म आने लगे। पति ने पत्नी पर दबाव बनाया। कि वो 200 रुपये में वेश्यावृत्ति का धंधा करें। शर्म आती है ऐसा सुनकर। दिल दहल उठता है ये जानकर कि जिस पति ने अपनी पत्नी के साथ। अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए हो। वो अब उसी लक्ष्मी जैसी पत्नी से वेश्यवृत्ति का धंधा करवाना चाहता हो।धन्य है वो मां जिसने ऐसे कपूत को अपनी कोख से पैदा किया।.
वहीं पत्नी ने जब इस बात की तहरीर सिविल थाने में दी। तो उन्होंने भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। शायद थाना आधिकारी को 16 डिग्री के एसी से बाहर निकलने की फुर्सत नहीं होगी.. क्योंकि अगर होती तो वो इस फरीयादी की फर्यादा सुनते भी।. और उस पर एक्शन भी लेते। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।
वहीं जब ये महिला अपनी जिंदगी की लड़ाई से हार चुकी थी। तो वो हिन्दू महासभा की राष्ट्रीय सचिव। पूजा शकुन पांडेय के दर पर पहुंची।जहां उसकी मदद की गई। लेकिन इन सब के बीच इस मामले को जब सुना और देखा। तो कान खड़े हो गए।. शर्म आने लगी इंसानियत पर। शर्म आने लगी उस पति पर.. शर्म आने लगी उस परिवार पर। जिसने धर्म की आड़ में ये घिनौना खेल खेला।
अलीगढ़ के थाना सिविल लाइन क्षेत्र के दोदपुर की रहने वाली पीड़ित महिला ने आरोप लगाया है कि 2008 में उसको युसूफ नाम के युवक ने कबीर चौहान यानी हिन्दू बनकर प्रेमजाल में फंसा लिया और उसके बाद उसने पहले तो हिन्दू रीति रिवाज से शादी कर ली और शादी के डेढ़ साल बाद एक बच्चा पैदा हुआ, बच्चा पैदा होने के बाद कबीर ने जबरन निकाह का दबाब बनाया। निकाह से पहले यूसुफ ने अपने भाई के साथ जबरन हलाला कराया, मना करने पर मारपीट करने लगा। जबरन हलाला कराने के उपरांत उसने मेरे साथ में निकाह किया, और उसके बाद से लगातार कबीर अपने बड़े भाई व छोटे भाई व पिता के साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर करता था। बीच-बीच में कई बार उसके द्वारा मुझे अपने भाइयों के साथ कमरे में बंद कर रेप कराया है, इतना ही नही उसके पिता ने भी मेरे साथ दुराचार का प्रयास किया। विरोध करने पर कबीर कहता है मैंने तेरी अश्लील वीडियो बना ली है, अगर तुम ज्यादा ड्रामा करोगी तो में वीडियो को सोशल मीडिया पर वाइरल कर दूंगा।