गुरुग्राम। लगातार हुई मोरों की मौत के बाद आखिरकार प्रशासन की नींद टूट गई। गुरुग्राम के उपायुक्त ने पोल्ट्री फार्मों में पक्षियों को टीके लगाने के आदेश जारी किए हैं। बता दें कि सरकारी आंकड़ों के हिसाब से अरावली की पहाड़ियों में अबतक 21 मोरों की मौत हो चुकी है और 71 मोरों का इलाज चल रहा है।
उपायुक्त ने कहा इससे घबराने की जरूरत नहीं है। मोरों तथा पक्षियों में बीमारी को फैलने से रोकने के लिए टीमे गठित कर रानीखेत वैक्सीनेशन कैंपेन चलाया जा रहा है। यह बीमारी एयर बोर्न वायरस के प्रकार की है जो पोल्ट्री के माध्यम से होती है परंतु यह घातक नहीं है।यह पक्षियों से मनुष्य को नही लगती। उपायुक्त ने बताया कि भोंडसी शैल्टर में रखे गए 40 मोरो का राउंड दी क्लॉक उपचार किया जा रहा है और एंटी वायरस स्प्रे भी किया गया है।
जिला के गांव भोंडसी तथा आस पास के क्षेत्रों में मोरों की मृत्यु व बीमार होने की घटना का संज्ञान लेते हुए उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने पशु पालन तथा वन्य प्राणी विभागों के अधिकारियों को इसकी जांच करने तथा अरावली के बैकयार्ड पोल्ट्री फार्मो में पक्षियों को ऐहतियात के तौर पर टीका लगाने के आदेश दिए है। उपायुक्त के अनुसार पिछले दो दिनों में पोल्ट्री फार्मों में 24142 पक्षियों को बीमारी से बचाव के टीके लगाए गए हैं तथा बीमार पाए गए मोरों का उपचार किया जा रहा है।
उपायुक्त ने माना कि समाचार पत्रों के जरिए मिली सूचना के बाद तुरंत सघन पशुधन विकास परियोजना एवं डेयरी विभाग की उपनिदेशक को इसकी जांच करवाने के आदेश दिए थे। डाक्टरों के परामर्श से आसपास के कुंडो की सफाई करवाकर इलैक्ट्रोलाईट दवाई डलवा दी गई है। जिला के बंधवाड़ी, मांगर वन क्षेत्र, भोंडसी, दमदमा, रोजका गुज्जर, गैरतपुर बास, वजीराबाद आदि क्षेत्रों में पानी की कमी को दूर करने के लिए टैंकरों द्वारा गड्ढो तथा तालाबों में पानी डलवाया जा रहा है।
हिन्द न्यूज टीवी के लिए गुरुग्राम से अभिषेक