यमुनानगर। दावे तो बहुत किए जा रहे हैं, लेकिन ये दावे खोखले हैं। इनमें दम नहीं है। देश भर में महिलाओं, लड़कियों और नाबालिगों के साथ बलात्कार, यौन शोषण, छेड़छाड़ की घटनायें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। सरकारें इन मामलों में डर नहीं स्थापित कर पा रही हैं। देश के किसी भी राज्य में सरकार चाहे जिसकी हो, वो जनता में खोया विश्वास वापस लाने में अक्षम साबित हो रही हैं।
उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड में तो यह आये दिन देखने को मिल रहा है कि कभी किसी महिला के साथ कोई बलात्कार कर रहा है तो कभी किसी लड़की के साथ योन शोषण किया गया है, तो वहीं नाबालिग के साथ यौनाचार किया गया है।
बता दे, रविवार को हरियाणा के यमुनानगर जिले में एक 6 वर्षीय लड़की पर यौन उत्पीड़न किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई थी। यह घटना जिले के खजराबाद इलाके में पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता निर्मल सिंह के फार्महाउस के पास हुई थी। पीड़िता निर्मल सिंह के फार्महाउस में एक पहरेदार की पुत्री थी।
यमुना नगर एसपी राजेश कालिया ने कहा कि यह यौन हमले का मामला है, क्योंकि उसके शरीर पर कई चोटें आईं।
उसके शरीर पर चोटें हैं, इसलिए हमें लगता है कि यह यौन हमले का मामला है। हम इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और जांच चल रही है।
गौरतलब है कि कहीं-कहीं पर सरकारें ही यौनाचारियों को बचाने में लग जाती हैं। ऐसा ही मामला अभी उत्तर प्रदेश में सामने आया था, जब बलात्कार के आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को बचाने के लिए पूरा सरकारी अमला लग गया था। मामला मीडिया में आने के बाद जब शोर मचा तो अानन-फानन में सरकार ने आवश्यक कार्रवाई शुरू की। उसके बाद स्वतः संज्ञान लेते हुए इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने मामले को सीबीआई के हवाले करने के लिए कहा, तो जाकर सरकार जागी और विधायक को सीबीआई ने गिरफ्तार करके जेल भेजा।