बड़वानी वनमंडल में 20 दिन पहले वन विभाग को कमजोर अवस्था में एक तेंदुए का बच्चा मिला, वन विभाग की टीम ने इस तेंदुए को वन मंडल लाकर इसकी कमजोर अवस्था को देख डॉक्टरों को इसकी सूचना दी लेकिन स्थानीय डॉक्टरों के लिए भी इस शावक का इलाज करना इतना आसान नहीं था। इसलिए भोपाल के वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट डॉक्टर अतुल गुप्ता से इसकी सलाह ली गई और डॉक्टर गुप्ता ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शावक का इलाज किया। यह अपने आप में एक अनोखा इलाज का तरीका था जिसे टेली मेडिसिन कहा जाता है। वीडियो कांफ्रेंस के जरिए डॉक्टर वन विभाग से जुड़े और उन्होंने जो डोज दिया उसे कंटिन्यू किया गया। इस पद्धति में पूरे सेंट्रम दिखाए जाते हैं कि कब क्या करना है और कौन सा टेस्ट करना है। इसमें एक्सपर्ट की सलाह बहुत अच्छे से मिल जाती है।
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है अब बच्चे के स्वास्थ्य में सुधार है और उसे मीट और पानी समय-समय पर दिया जा रहा है। अभी एक ब्लड रिपोर्ट आनी बाकी है उसके बाद डिसाइड किया जाएगा की शावक को भोपाल भेजना है या कहीं और, साथ ही वह कहते है बड़वानी में इससे पहले ऐसा कभी नहीं हो पाया था।
हिन्द न्यूज टीवी के लिए ब्यूरो रिर्पोट के साथ बड़वानी से संदीप कुशवाह