लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के लिए घर ढूंढने की कवायद अब खत्म हो गई है। लखनऊ का सुल्तानपुर रोड अब अखिलेश यादव का नया पता होगा। उनके पिता मुलायम सिंह यादव भी अब साथ में ही रहेंगे।
बता दें, अभी हाल में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आज अधिकारिक रूप से को अखिलेश यादव और उनके पिता मुलायम सिंह यादव ने अपने सरकारी आवास को खाली कर दिया।
अखिलेश यादव सुल्तानपुर रोड पर स्थित अंसल एपीआई टाउनशिप में रहेंगे, जो शहीद पथ से लगा हुआ है। वहीं 12 A नंबर का विला मुलायम सिंह यादव के लिए सजाया जा रहा है। अखिलेश यादव जिस विला में रहेंगे वह दो स्टोरी का है। इसको ऑफिशियल उद्देश्यों के लिए भी इस्तेमाल किया जाएगा। इस विला में जमीन तल पर एक हॉल और एक कमरा भी है।
शीर्ष अदालत ने कई पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी बंगला खाली करने का आदेश दिया था। जिसके बाद उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती, राजनाथ सिंह और कल्याण सिंह ने अपना सरकारी बंग्ला खाली कर दिया था।
मुलायम सिंह यादव इसके सिलसिले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात करके बंग्ला खाली करने के लिए मोहलत मांगी थी, जिसकी सूचना लीक होने जाने की वजह से संपत्ति विभाग के एक अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया था। मायावती ने तो बंगला बचाने के लिए अपने आवास के बाहर कांशीराम विश्राम स्थल का बोर्ड लगाकर बचाने का पूरा प्रयास भी किया, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया और मायावती ने बंगला खाली करके चाभी कूरियर से संपत्ति विभाग को भेज दी।
उसके बाद अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव बंगले को बचाने के लिए फिर से सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज करके खाली करने के लिए कहा था, तो अखिलेश यादव ने अपना सरकारी आवास खाली कर दिया।
गौरतलब है कि अखिलेश यादव के हाथ से सत्ता जाने के बाद से ही यह कयास लगाया जाने लगा था कि सरकारी आवास तो खाली करना पड़ेगा। जिसको वह मुख्यमंत्री रहते हुए ही बनवाये थे और मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव दोनों लोग आमने-सामने ही रहते थे। लेकिन एक जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि सत्ता से च्युत हो जाने के बाद किसी को भी सार्वजनिक संपत्ति में रहने का हक नहीं रह जाता है।