देश के लिए आर्थिक मोर्चे पर अच्छी खबर आई है, वित्त वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में जीडीपी दर 7.7 फीसदी हो गई है, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 6.1 फीसदी थी। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने चौथी तिमाही के जीडीपी आंकड़े जारी किए हैं। वित्त वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही में जीडीपी 5.6 फीसदी रही थी वहीं दूसरी तिमाही में जीडीपी 6.3 फीसदी पर आई थी, बीते वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में जीडीपी दर 7.2 फीसदी रही। आज के आए आंकड़ों के अनुसार भारत चीन को पछाड़ कर दुनिया की सबसे तेजी से दौड़ने वाली अर्थव्यवस्था बन गया है।
बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह ने भी मोदी सरकार को बधाई देते हुए इसे ही सही विकास बताया
I congratulate PM Shri @narendramodi & his cabinet for keeping India on high growth trajectory. GDP growth rate of 7.7%, a sharp increase over 7% in previous quarter, led by all round growth in key sectors such as Agri, Manufacturing & Construction is very encouraging. #SahiVikas pic.twitter.com/fdm6ewuy2S
— Amit Shah (@AmitShah) May 31, 2018
वहीं इस हफ्ते की शुरुआत में केन्द्र सरकार के आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चन्द्र गर्ग ने दावा किया था कि जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में जीडीपी ग्रोथ 7.3 से 7.5 फीसदी रहने का अनुमान है। इससे पहले उद्योग मंडल फिक्की ने पूरे देश का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही (जनवरी- मार्च) के दौरान 7.1 फीसदी रहने का अनुमान दिया था।
इससे पहले कल ही अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विसेज ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की जीडीपी दर के अपने अनुमान को 7.5 फीसदी से घटाकर 7.3 फीसदी कर दिया था। मूडीज ने कहा था कि भारत की अर्थव्यवस्था में क्रमिक सुधार हो रहा है लेकिन तेल की बढ़ती कीमतें और मुश्किल वित्तीय हालात भारत की सुधार की रफ्तार को धीमा करेंगी।