मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में आलू के किसान घाटे का सामना कर रहे हैं क्योंकि वे पेट्रोल और डीजल दरों में बढ़ोतरी के कारण परिवहन की कीमतों में वृद्धि हुई है, जिससे किसान अपने उत्पाद को नहीं बेच पा रहे हैं।
पहले किसानों को आलू की बोरी लाने के लिए 20 रुपये का भुगतान करना पड़ता था और अब ईंधन की कीमतों में वृद्धि के कारण किराया 25 रुपये हो गया है।
इस वजह से आलू के व्यापारियों को अपने कारोबार में भारी गिरावट का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि किसानों के उत्पाद को खरीदने के लिए कोई खुदरा विक्रेता नहीं आ रहा है।
आलू के व्यापारियों ने बताया कि ईंधन की कीमतों में वृद्धि के कारण कोई भी आलू खरीदने के लिए नहीं आ रहा है। इसके साथ ही गर्मी बढ़ने के कारण आलू अब सड़ने भी लगे हैं।
एक आलू किसान ने बताया कि पांच दिन से कोई भी आलू खरीदने आ रहा है।
पिछले 16 दिनों से ईंधन की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी से आम जनता और किसानों को काफी असुविधा हो रही है और निराशा बढ़ती जा रही है।
मेट्रोपॉलिटन शहरों में संशोधित पेट्रोल की कीमतें हैं- दिल्ली: प्रति लीटर 77.83 रुपये; मुंबई: प्रति लीटर 85.65; कोलकाता: 80.47 रुपये प्रति लीटर और चेन्नई: प्रति लीटर 80.80।
वर्तमान में, बुधवार को प्रति लीटर डीजल की लागत दिल्ली में 68.75 रुपये प्रति लीटर, मुंबई में 73.20 रुपये प्रति लीटर, रु। कोलकाता में 71.30 और रु। चेन्नई में 72.58
ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी होने से खरीदारों की जेब हर रोज ढीली होती जा रही है। इसके साथ ही ईंधन की कीमतों में निरंतर वृद्धि से देश भर के लोगों ने केंद्र सरकार की निंदा कर रहे हैं।
गौरतलब है कि ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी होने पर हर समय महंगाई बढ़ने का खतरा मंडराता रहता है, क्योंकि परिवहन लागत बढ़ जाती है। इसलिए सभी वस्तुओं की लागत बढ़ने से बाजार में सामान महंगे हो जाते हैं। जिसका सीधा असर उपभोक्ता पर होता है।