गुरुग्राम। इसे सरकारी तंत्र की मजबूरी कहें, या भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का खौफ कि जो प्रशासनिक अधिकारी किसी आम आदमी की सही सूचना पर भी कुर्सी से हिलते तक नहीं। वो आधी रात से शाह के आने की खबर पर चौकन्ना हो गए। आलम यह रहा कि गफलतबाजी में किसी अन्य व्यक्ति के घर पर पूरा अमला पहुंच गया यहां तक कि भाजपा के कार्यकर्ता व पदाधिकारी भी पहुंच गए।
अमित शाह यहां आएंगे या नहीं इस बात का पता अधिकारियों को तब लगा जब शाह असली पूर्व थल सेना अध्यक्ष से दिल्ली में मिल गए और खबर मीडिया के जरिए अधिकारियों को लगी। खुद जिला सूचना अधिकारी ने बाकायदा स्थानीय मीडियाको प्रोग्राम की जानकारी दी थी। हालांकि तय कार्यक्रम से आधे घंटे पहले वापस से डीपीआरओ ने मीडिया को मैसेज डालकर जानकारी दी कि भाजपा अध्यक्ष का प्रोग्राम अपरिहार्य कारणों से टल गया है। दरअसल अमित शाह को सरकार के चार साल पूरेहोने पर संपर्क फार मोर समर्थन के लिए रिटायर जनरल दलबीर सुहाग से मिलना था। अधिकारियों को ऐसा मेसेज मिला कि सुहाग गुरुग्राम के सेक्टर-46 में रहते हैं। फिर क्या था अधिकारी पूरे दलबल के साथ उनके घर पहुंच गए। मजेदार बात यह रही कि जिस सुहाग से अमित शाह को मिलना था वो सुहाग तो यहां नहीं मिले बल्कि उनकी जगह कोई अन्य सुहाग घर पर मौजूद थे। अधिकारियों को भी लगा कि शायद अमित शाह इन्हीं से मिलने आ रहे हैं लेकिन उनके दौरे का तिलिस्म तब टूटा जब दिल्ली में अमित शाह असली सुहाग से मिलकर लौट गए।
उल्लेखनीय है कि इसके लिए भाजपा के केंद्रीय कार्यालय से एक विज्ञप्ति जारी की गई थी कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व थल सेना अध्यक्ष दलबीर सुहाग के घर पहुंचेंगे। यहां तक विज्ञप्ति में कहा गया था कि श्री सुहाग गुरुग्राम के सेक्टर-46 इलाके में रहते हैं। सूचना मिलते ही पुलिस व एजेंसियों के अधिकारी यहां तक कि खुद पुलिस आयुक्त संदीप खिरवार भी मौके पर पहुंच गए।
बाद में खुलासा हुआ कि जारी विज्ञप्ति में जो सूचना दी गई कि सेक्टर-46 में पूर्व थल सेना अध्यक्ष दलबीर सुहाग रहते हैं,यहां उलटा निकाला। उस पते पर दलबीर सुहाग नहीं बल्कि सेना में काम कर चुके कोई अन्य सुहाग नाम के दूसरे अधिकारी का घर निकला। बाद में सरकारी तंत्र को जानकारी मिली कि अमित शाह का व्यक्तिगत संपर्क अभियान गुरुग्राम से नहीं बल्कि दिल्ली से शुरू हो गया है। तब जाकर प्रशासन को राहत की सांस मिली।
हिन्द न्यूज टीवी के लिए गुरुग्राम से अभिषेक