तिरुवनंतपुरम। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून मंगलवार को केरल में दस्तक दे दिया है, जो सामान्य तारीख से तीन दिन पहले आया है।
मानसून दक्षिण पूर्व अरब सागर, कोमोरिन – मालदीव क्षेत्र, पूरे लक्षद्वीप, केरल के अधिकांश हिस्सों, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों और दक्षिण पश्चिम, मध्य और पूर्वोत्तर खाड़ी बंगाल के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ा है।
एम महापात्रा, आईएमडी विभाग के अधिकारी ने कहा, “पिछले 24 घंटों में बारिश हुई है। कुछ स्थानों पर 16 सेमी की अधिकतम वर्षा के साथ भारी बारिश हुई है।”
केरल में पिछले तीन से चार दिनों के दौरान भारी बारिश हुई। केरल में मानसून की शुरुआत के लिए 14 वर्षा निगरानी स्टेशनों ने 25 मई से 60 प्रतिशत से अधिक बारिश दर्ज की है।
अरब सागर के कुछ हिस्सों, केरल के तटीय हिस्सों, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, पूर्व केंद्रीय और बंगाल के पूर्वोत्तर खाड़ी, और उत्तरपूर्वी राज्यों के अगले 48 घंटों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां काफी अनुकूल हैं।
उत्तराखंड में हुई बारिश, गर्मी से मिली राहत
वहीं, उत्तराखंड से बारिश की खबर आ रही है। झमाझम बारिश से लोगों ने गर्मी से राहत की सांस ली है।
उत्तर भारत में आंधी-तूफान से मचा कोहराम
इस वक्त पूरे भारत में लोग चिलचिलाती गर्मी से परेशान हैं, लेकिन सोमवार शाम उत्तर प्रदेश, बिहार समेत पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में आंधी-तूफान ने जमकर तबाही मचाई। सबसे ज्यादा कोहराम बिहार में मचा है। मिली खबर के मुताबिक तीनों राज्यों में 33 लोगों की मौत हो गई है। वहीं बिहार के औरंगाबाद में 5, झारखंड में 12, नवादा में 2, मुंगेर में 2 गया में 2 और कटिहार में 3 लोगों के मरने की खबर आई है। हालांकि अभी तक कोई भी आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया गया है।
उत्तर प्रदेश में भी पेड़ जमीन से उखड़ गए, तो कहीं दीवार ढह गई। यहां उन्नाव और बरसी के अलग-अलग इलाकों में 5 लोगों की मौत की खबर है। इसके साथ ही पश्चिम बंगाल के मालदा में हवा का ऐसा बवंडर आया जिससे कई पेड़ गिर गए और इसमें 2 लोगों की मौत समेत 7 लोग घायल हो गए। ऐसे में जहां इस वक्त लोग गर्मी से परेशान है और मानसून का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, वहीं इस आंधी-तूफान ने लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी है।