अपने चार साल के कार्यकाल का ब्यौरा देने के लिए मीडिया के सामने आयी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने एक पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए बताया कि जब भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटिश पीएम थेरेसा मे से मुलाकात की थी, तब उन्होंने कहा था कि ये वहीं जेलें हैं जहां आपने महात्मा गांधी और पंडित नेहरू जैसे नेताओं को बंद रखा था, इसलिए इस पर सवाल नहीं उठाइए।
दरअसल, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज एनडीए सरकार के चार साल पूरे होने पर मोदी सरकार की उपलब्धियां गिना रही थीं। इस दौरान जव उनसे विजय माल्या के प्रत्यर्पण का सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर एक समस्या भारतीय जेलों को लेकर भी सामने आ रही है। ब्रिटेन की कोर्ट का कहना है कि भारतीय जेलों की स्थिति ठीक नहीं है। ब्रिटेन की कोर्ट ने कहा थी की वो भारतीय जेलों की जांच करेंगे और जब प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिटिश पीएम थेरेसा मे से मुलाकात की तो उस दौरान उन्होंने ब्रिटेन कोर्ट की भारतीय जेलों को लेकर की गई टिप्पणी का करारा जवाब दिया। पीएम मोदी ने थेरेसा मे से कहा था की, ‘यूके कोर्ट का कहना है कि भारतीय जेलों की स्थिति ठीक नहीं है। लेकिन ये वही जेल हैं, जिनमें ब्रिटिश शासनकाल के दौरान महात्मा गांधी और जवाहर लाल नेहरु जैसे महान नेताओं को रखा गया था।’ आपको बता दे की ब्रिटेन की अदालत में माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर मुकदमा चल रहा हैं।
#WATCH EAM Sushma Swaraj responding to a question on extradition of Vijay Mallya says ‘PM Modi told British PM Theresa May that UK courts asking about the condition of Indian jails is not right, as these are the same prisons where they had jailed our leaders like Gandhi and Nehru pic.twitter.com/nLefxOVfY3
— ANI (@ANI) May 28, 2018
हाल ही में विजय माल्या को लंदन की कोर्ट से करारा झटका लगा हैं। गौरतलब हैं की कोर्ट ने माल्या की उस मांग को ठुकरा दिया हैं जिसमें उसने दुनिया भर में फैली अपनी संपत्ति को फ्रीज करने के आदेश को वापस लेने की गुहार लगाई थी। कोर्ट ने अब बैंको को ब्रिटेन में माल्या की संपत्ति को बेचने की अनुमति दे दी हैं।
विजय माल्या पर आरोप है कि उसने किंगफिशर एयरलाइंस के लिए गए लगभग 9,400 करोड़ रुपये के कर्ज को जानबूझकर नहीं चुकाया। जज हेनशॉ ने माल्या की संपत्तियों को जब्त करने संबंधी वैश्विक आदेश को पलटने से इंकार कर दिया। लंदन की कोर्ट ने भारतीय अदालत के उस आदेश को सही बताया है कि भारत के 13 बैंक माल्या से 1.55 अरब डॉलर की राशि वसूलने के पात्र हैं।