प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दिल्ली और मेरठ के बीच एनएच 24 और इस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया। साथ ही प्रगति मैदान से यूपी गेट तक पीएम करीब 7 किलोमीटर रोड शो भी किया। आपको बता दे की दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का पहला चरण, प्रगति मैदान से ग़ाज़ीपुर (यूपी गेट) तक बन कर तैयार हैं, इस पर ही पीएम मोदी खुली जीप में 7 किलोमीटर लम्बा रोड़ शो हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने जिस दिल्ली मेरठ हाईवे पर आपने रोड़ शो किया वो दिल्ली से लेकर डासना तक 14 लेन का है, जबकि डासना से मेरठ तक 6 लेन का होगा। दिल्ली मेरठ हाई वे का काम अपने समय से पहले ही पूरा कर लिया गया हैं इसे पूरा करने के लिए 30 महीने का टारगेट रखा गया था। जबकि इसे मात्र 15 महीनों में ही तैयार कर लिया गया हैं। इस हाई वे के दोनों तरफ वर्टिकल गार्डन विकसित किया गया हैं, साथ ही सड़क के दोनों तरफ ढाई मीटर का साईकल ट्रैक भी बनाया गया है। इस पूरे हाईवे को सोलर सिस्टम से लैस किया गया हैं,साथ ही इसमें एलईडी लाइट का इस्तमाल किया गया हैंय़। इस हाई वे पर कुतुब मीनार, अशोक स्तंभ जैसे पुरातत्व विरासत को स्मारक चिह्न भी स्थापित किये गए हैं। 8.36 किलोमीटर लंबे(स्ट्रेच) दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को बनाने में 841.50 करोड़ रुपये की लागत आई है।
दिल्ली के ट्रैफिक जाम और प्रदूषण से राहत दिलाने के लिए तैयार किये गए 6 लेन वाला 135 किलोमीटर लंबा ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे हरियाणा के कुंडली से शुरू होकर गाजियाबाद और नोएडा होते हुए पलवल से मिलेग।इसके बनने से कुंडली से पलवल के बीच जाने-आने वालों को दिल्ली में एंट्री करने की जरूरत नहीं होगी। यही नहीं ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के चालू होने पर कोलकाता से सीधे जालंधर,अमृतसर और जम्मू जाने-आने वाले वाहनों, खासकर ट्रकों को सबसे ज्यादा फायदा होगा।
यह देश का पहला ऐसा एक्सप्रेस वे है जिसमें बगीचे बने हैं, सोलर सिस्टम से लैस लाइट लगाई गयी हैं, एक्सप्रेस वे पर सोलर सिस्टम से 4 मेगावाट बिजली पैदा की जा सकेगी। ईस्टर्न एक्सप्रेस वे पर वाहनों की गति सीमा 120 किमी प्रतिघंटा तय की गई है। यानि कि इस स्पीड से अगर आप चले तो 135 किमी की दूरी 70 मिनट में तय की जा सकती है। सरकार का मानना है कि इस एक्सप्रेस वे के चालू होने से 50 फीसदी तक दिल्ली के प्रदूषण में कमी आएगी और ट्रेफिक जाम की समस्या कम हो जाएगी।