लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे की बातों का जवाब बड़े सलीके से दिया है। योगी ने कहा है कि हमक उद्धव से तौर-तरीका सीखने का आवश्यकता नहीं है। उन्हें वासत्विकता का ज्ञान नहीं है। मुझे इस बात की पूरी जानकारी है कि किसको किस तरह से श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है।उनसे सीखने की जरूरत भी नहीं है।
बता दें, शिवसेना का कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने एक मराठी चैनल से बातचीत करते हुए कहा था कि योगी को पता नहीं किस तरह से श्रद्धांजलि दी जाती है। योगी बिना खड़ाऊ उतारे छत्रपति शिवाजी महराज को माला पहनाने कैसे चले गए। उद्धव ने बहुत गुस्से में कहा था कि योगी को तो चप्पलों से पीटना चाहिए।
पालघर में हो रहे हैं उपचुनाव
इस समय पालघर लोकसभा के लिए उपचुनाव हो रहे हैं, जिसके लिेए 28 मई को वोट डाले जाएंगे। योगी आदित्यनाथ भाजपा प्रत्याशी का चुनाव प्रचार करने के लिए गए थे, जहां पर उन्होंने शिवाजी महराज की मूर्ति पर माल्यार्पण किया था। उस दौरान उन्होंने अपनी खड़ाऊ नहीं उतारी थी।
वहीं, पालघर में चुनाव प्रचार के दौरान एक ऑडियो क्लिप जारी होने पर शिवसेना सांदस संजय राउत ने कहा कि सत्ता में आने पर कुत्ता भी अपनी गली का शेर बन जाता है। जबसे भाजपा सत्ता में आई है तो मुख्यमंत्री अहंकारी हो गए है। यह चुनाव वफादार और अहंकारी के बीच लड़ा जा रहा है।
भाजपा-शिवसेना के बीच यह जुबानी जंग कब और कहां जाकर थमेगी। इसके बारे में तो फिलहाल कुछ कह पाना थोड़ा जल्दबाजी होगी, लेकिन इतना जरूर है कि दोनों पार्टियों के व्यवहार काफी तल्ख होते जा रहे हैं। वैसे भी शिवसेना ने 2019 के आम चुनाव को अकेले दम पर लड़ने का पहले ही ऐलान कर दिया है। यह बात अळग है कि वह अभी भी केंद्र और राज्य सरकार में भाजपा के साथ भागीदार है। वहीं बीएमसी में शिवसेना का मेयर है जो भाजपा के सहयोग से बनाया गया है।