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उद्धव ठाकरे भूले भाषा की मर्यादा, बोले- योगी को चप्पलों से पीटना चाहिए

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राजनीति में सभी पार्टियां और उनके नेता एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहते हैं, लेकिन इस बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए कुछ ऐसी भाषा का प्रयोग किया कि वो भाषा की मर्यादा ही भूल बैठे। उद्धव ने योगी को भोगी कहा, वो यहीं नहीं रूके, बल्कि उन्होंने कहा कि योगी को चप्पल से पीटना चाहिए। उन्होंने कहा कि विरार में शिवाजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के दौरान योगी ने अपने खड़ाऊं नहीं उतारे, योगी को चप्पलों से पीटना चाहिए।

एक मराठी चैनल से बातचीत के दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीजेपी पार्टी में युवा पीढ़ी में हिंदुत्व के आदर्श नहीं झलकते। वहीं जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें अफसोस है कि पिछले 25 साल से भारतीय जनता पार्टी उनकी सहयोगी है, जिस पर उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है। कुछ चीजों को लेकर अफसोस है क्योंकि हिंदुत्व के आदर्श भाजपा की नई पीढ़ी में नहीं दिखते। साथ ही उद्धव ने कहा कि भाजपा सत्ता में आने के बाद अहंकारी हो गई है। वहीं उन्होंने 28 तारीख को होने वाले पालघर लोकसभा उप चुनाव के बार में कहा कि ये चुनाव अहंकार और वफादारी के बीच होगा।

आपको बता दें, शिवसेना पिछले 25 साल भाजपा की सहयोगी रही है और केंद्र -राजय सरकार में शिवसेना भागीदार भी है। लेकिन 2019 लोकसभा चुनाव शिवसेना ने अपने दम पर लड़ने का फैसला किया है। बीएमसी में भी शिवसेना और भाजपा अलग-अलग चुनाव लड़े थे लेकिन दोनों ने आपस में समझौता करके मेयर शिवनसेना का बनाया गया है। लेकिन शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे और संजय राउत दोनों लोग समय-समय पर केंद्र और राज्य सरकार की जरूरी आलोचना करने से चूकते हैं।

पालघर उपचुनाव भी शिवसेना बिना भाजपा के सहयोग के लड़ रही है। शिवसेना को उम्मीद है कि जीत शिवसेना उम्मीदवार की होगी। उद्धव ठाकरे का कहना है कि मोदी सरकार अपने वादों से मुकर गई है और भाजपा को पिछली जीत का घमंड हो गया है। हम यह चुनाव वफादारी के मुद्दे पर लड़ रहे हैं।

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