मुंबई। शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी की यह जुबानी जंग कहां पर और कब रुकेगी? शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कल एक टीवी इंटरव्यू में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चप्पलों से पीटने के लिए कहा था और आज शिवसेना नेता, राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को अहंकार हो गया है। हमने देखा है कि जब किसी के हाथ में पॉवर आती है तो गली का कुत्ता भी शेर बन जाता है। यह बात उन्होंने उस ऑडियो क्लिप के जारी होने के बाद कही है जिसमें मुख्यमंत्री पालघर उपचुनाव पर बात कर रहे हैं।
एक मराठी चैनल से बातचीत के दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा था कि बीजेपी की युवा पीढ़ी में हिंदुत्व के आदर्श नहीं झलकते। जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें अफसोस है कि पिछले 25 साल से भारतीय जनता पार्टी उनकी सहयोगी है, जिस पर उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है। कुछ चीजों को लेकर अफसोस है क्योंकि हिंदुत्व के आदर्श भाजपा की नई पीढ़ी में नहीं दिखते। साथ ही उद्धव ने कहा कि भाजपा सत्ता में आने के बाद अहंकारी हो गई है। उन्होंने 28 तारीख को होने वाले पालघर लोकसभा उप चुनाव के बार में कहा कि ये चुनाव अहंकार और वफादारी के बीच होगा।
आपको बता दें, शिवसेना पिछले 25 साल भाजपा की सहयोगी रही है और केंद्र -राज्य सरकार में शिवसेना भागीदार भी है। लेकिन 2019 लोकसभा चुनाव शिवसेना ने अपने दम पर लड़ने का फैसला किया है। बीएमसी में भी शिवसेना और भाजपा अलग-अलग चुनाव लड़े थे लेकिन दोनों ने आपस में समझौता करके मेयर शिवनसेना का बनाया गया है। लेकिन शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे और संजय राउत दोनों लोग समय-समय पर केंद्र और राज्य सरकार की जरूरी आलोचना करने से चूकते हैं।
पालघर उपचुनाव भी शिवसेना बिना भाजपा के सहयोग के लड़ रही है। शिवसेना को उम्मीद है कि जीत शिवसेना उम्मीदवार की होगी। उद्धव ठाकरे का कहना है कि मोदी सरकार अपने वादों से मुकर गई है और भाजपा को पिछली जीत का घमंड हो गया है। हम यह चुनाव वफादारी के मुद्दे पर लड़ रहे हैं। यह उपचुनाव 28 मई को होंगे और नतीजे 30 मई को आएंगे।