चंडीगढ़। पॉक्सो एक्ट के तहत 3 साल पूर्व दर्ज की गई एफआईआर में आरोपित आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर गुरूवार को सामाजिक संस्था जनजागरण मंच द्वारा गुरुग्राम के मिनी सचिवालय पर धरना—प्रदर्शन का आयोजन कर उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा गया।
संस्था के अध्यक्ष मनोज त्यागी बाबा व उपाध्यक्ष हरिशंकर ने बताया कि वर्ष 2015 में पालम विहार पुलिस थाना में संजय पटेल द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई थी कि वर्ष 2013 में कुछ टीवी चैनलों ने एक नाबालिगा को आसाराम बापू प्रकरण में कुछ गलत तरीके से दिखाया था। जिसका नाबालिगा के परिजनों ने विरोध किया था। जिस पर जीरो एफआईआर दर्ज की गई थी।
एफआईआर पर पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न होती देख पीडि़त पक्ष ने सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। न्यायालय के आदेश पर ही वर्ष 2014 में पालम विहार पुलिस थाना में एफआईआर दर्ज हो सकी थी। काफी समय तक पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने पर पीडि़त पक्ष को पंजाब एंड हरियाणा उच्च न्यायालय का द्वार खटखटाना पड़ा था। उच्च न्यायालय ने वर्ष 2017,22 दिसम्बर को आदेश दिए थे कि 4 सप्ताह के भीतर इस मामले की जांच की जाए। पुलिस प्रशासन ने एसआईटी टीम का गठन कर पीडि़ता के मजिस्ट्रेट के समक्ष सीआरपीसी की धारा 164 के तहत बयान दर्ज तो करा दिए, लेकिन आज तक भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। पीडि़त पक्ष पुलिस आयुक्त से भी समय—समय पर मिलकर मामले में कार्रवाई की मांग करता रहा, लेकिन पुलिस के उच्चाधिकारियों की आेर से उन्हें केवल आश्वासन ही मिला, लेकिन कार्यवाही कुछ भी नहीं हुई।
संस्था के पदाधिकारियों ने कहा है कि कानून सबके लिए समान है तो पुलिस ने 3 साल में भी नाबालिगा को न्याय नहीं दिलाया। जिससे उसका परिवार काफी आहत है। यदि आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी नहीं की गई तो सामाजिक संस्थाएं मिलकर बड़ा आंदोलन शुरू कर देंगीं। जिसकी समस्त जिम्मेदारी जिला व पुलिस प्रशासन की होगी। ज्ञापन देने वालों में विभिन्न सामाजिक संस्थाआें के चंद्रप्रकाश कौशिक, माणिक देशमुख, बमबम ठाकुर, कोमल मल्होत्रा, जयंत सहित बड़ी संख्या में महिलाएं व पुरुष शामिल थे और वे जबरदस्त नारेबाजी भी कर रहे थे।
हिन्द न्यूज टीवी के लिए चंडीगढ़ से अभिषेक