बेंगलुरू। कर्नाटक में नवगठित सरकार के शपथग्रहण समारोह में पहुंचते ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की त्यौरी चढ़ गई। दरअसल एनएनआई ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें साफ तौर पर देखा जा रहा है कि मंच पर पहुंते ही ममता बनर्जी काफी गुस्से में नजर आ रही हैं और उनके सामने डीजीपी नीलामणि राजू उनके सामने सावधान की मुद्रा में खड़ी हैं। जिस समारोह में विपक्षी एकता की बात की रही थी, वहीं पर ममता बनर्जी का गुस्सा चर्चा का विषय रहा।
दरअसल, ममता बनर्जी जब आ रही थीं, उस समय रास्ते में काफी ट्रैफिक था, जिसकी वजह से उन्हें कुछ दूर पैदल भी चलना पड़ा। इससे ममता का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। इसकी शिकायत ममता बनर्जी ने एचडी देवेगौड़ा और कुमारस्वामी से भी की। इसके लिए उन्होंने डीजीपी को सार्वजनिक रूप से डांटा भी, लेकिन डीजीपी की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। ममता के गुस्से को देखकर कुमारस्वामी हाथ जोडकर उन्हें शांत रहने की अपील करते नजर आए।
#WATCH: West Bengal CM Mamata Banerjee reprimands DIG Neelamani Raju as she came to Karnataka Vidhana Soudha for oath taking ceremony because reportedly had to walk a few metres, also expressed discontentment to HD Deve Gowda & HD Kumaraswamy. #Bengaluru pic.twitter.com/WZ2n0QVE9b
— ANI (@ANI) May 23, 2018
बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में लगभग 11 पार्टियों के नेता इकट्ठे हुए थे और सभी मंच पर एक साथ खड़े नजर आए। ऐसा वाकया तब देखा गया था, जब इंदिरा गांधी देश में आपातकाल लगाया था। उसके बाद जनता पार्टी के लोग इसी तरह से एक साथ आकर कांग्रेस का विरोध किए थे और उसका हश्र यह हुआ कि कांग्रेस को सत्ता गंवानी पड़ी थी।
समारोह में शामिल होने के लिए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, बसपा सुप्रीमो मायावती, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजश्वी यादव, सीपीआई नेता सीताराम येचुरी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और लोकतांत्रिक जनता दल के अध्यक्ष शरद यादव मंच पर मौजूद रहे।
आपको बता दें, कर्नाटक में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, जिसके बाद राज्यपाल ने सबसे बड़ी पार्टी होने का हवाला देकर पार्टी के नेता येदियुरप्पा को शपथ दिला दी थी, लेकिन कांग्रेस गठबंधन को यह रास नहीं आया और सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। सुप्रीम कोर्ट ने बहुमत साबित करने का समय घटा दिया और महज 28 घंटे के अंदर बहुमत साबित करने के लिए कहा। बहुमत साबित करने की स्थिति में नहीं होने की वजह से येदियुरप्पा ने पहले ही इस्तीफा दे दिया। उसके बाद गठबंधन के नेता कुमारस्वामी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया गया।