चंडीगढ़ में पिछले पंद्रह दिनों से चल रही सफाई कर्मचारियों की हड़ताल वीरवार को खत्म हो गई। हड़ताली कर्मचारियों की मांग थी कि उनका वेतन बढ़ा कर 15000 रुपए दी जाए। सरकार ने हड़ताल कर रहे कर्मचारियों की मांग पूरी करने के लिए एक कमेटी बनाई,वहीं कमेटी ने सफाई कर्मचारियों की वेतन बढ़ा कर 13500 रुपए कर दिये। सरकार से बात करने के बाद सफाई कर्मचारियों ने आखिरकार अपनी हड़ताल समाप्त कर ही दी। सोचने वाली बात यह है कि जब सरकार कर्मचारियों की मांग मान सकती थी,तो पूरे प्रदेश को गंदगी में झोंकने की क्या जरूरत थी।
आपको बता दें कि पिछले 15 दिनों से पूरे प्रदेश में सफाई कर्मी हड़ताल पर थे। इसके चलते सफाई ना होने की वजह से पूरे हरियाणा में गंदगी की भरमार हो गई थी। गुरुग्राम, रोहतक, हिसार, भिवानी व अन्य जिलों में हालात गंभीर बन गये, वहीं गंदगी के कारण लोगों को रास्तों पर चलना मुश्किल हो रहा था। सरकार ने हड़तालियों को सबक सिखाने के लिए निजी कंपनी से सफाई कराने की बात तो की लेकिन कर्मचारियों की जबरदस्त विरोध के चलते कुछ नहीं हुआ, वहीं सरकार कर्मचारियों के सामने झुकने का नाम नहीं ले रही थी और उधर कर्मचारी भी जानते थे, कि यदि इस बार नहीं झुक गये तो कभी बात नहीं बनेगी। हालांकि थोड़ी देर बाद सरकार अपनी हठ से पीछे मुड़ी तो कर्मचारी भी थोड़ा नरम हो गये। वहीं मंत्री कविता जैन की अध्यक्षता में तीन मंत्रियों की कमेटी गठित की गई। इनमें राज्यमंत्री मनीष ग्रोवर, व कृष्ण कुमार बेदी शामिल थे।
हिन्द न्यूज टीवी के लिए चंडीगढ़ से अभिषेक