गुरूवार को अखिल भारतीय दलित पैंथर द्वारा देश और प्रदेश में हो रहे दलितों के साथ भेदभाव को लेकर दलित समाज के लोगों ने बड़े चौराहा स्थित राम आसरे पार्क में धरना प्रदर्शन किया और केन्द्र व राज्य सरकार के खिलाफ ज़ोरदार नारेबाजी की।
प्रदर्शन के दौरान दलित पैंथर के अध्यक्ष धनी राम पैंथर ने बताया कि आज समस्या इतनी विकट हो गई है कि राष्ट्रपति के साथ भी छुआछूत का भेदभाव किया जा रहा है, जैसे अजमेर स्थित पुष्कर मन्दिर में राष्ट्रपति को सिर्फ इसलिये प्रवेश नही करने दिया गया क्योंकि वो दलित वर्ग से ताल्लुक रखते हैं ये बहुत ही निंदनीय है साथ ही उन्होंने बताया कि गोरखपुर, कासगंज,बदायूं, महाराष्ट्र, राजकोट, सहारनपुर जैसे मामले दलितों के साथ हो रहे बर्बरता से उत्पीड़न का जीता जागता उदाहरण है। उन्होंने कहा कि जो लोग भारत के संविधान को नही मानते हैं उन्हें मनु के संविधान जानना चाहिए।
धनीराम ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि जो लोग पूरे राष्ट्र को हिंदुत्व करना चाह रहे है। असल मे भारत के टुकड़े करना चाह रहे हैं उन्होंने बताया कि गोरखपुर में जिस तरह से दलितों पर अत्याचार हुआ है,वो एक बड़ा जुर्म है लेकिन, मोदी और योगी एक तरफ तो यह कहते है कि दलित हमारा मित्र है लेकिन दूसरी तरफ ऐसे मामलों पर यह लोग पल्ला झाड़ते हुए नज़र आते है। दलितों के साथ जो प्रशासनिक अभद्रता की गई लेकिन, उसमें भी सरकार अभी तक चुप्पी साधे हुए है। दलित पैंथर ग्रुप की मांग है कि पूरे देश में दलितों के साथ जो अत्याचार हो रहा है उस पर कड़ा कानून बने और पीड़ितों को न्याय मिले। जैसे राष्ट्रपति के साथ पुष्कर में जो अन्याय हुआ है उस पर सुप्रीम कोर्ट ने अभी तक कोई कदम नही उठाया है अगर ऐसे ही चलता रहा तो मजबूरन दलितों को अपने हक के लिए बड़ा आंदोलन करना होगा।
हिन्द न्यूज टीवी के लिए कानपुर से राघवेंद्र सिंह