नई दिल्ली। शाष्त्रीनगर मैट्रो स्टेशन पर आज एक हादसा होते-होते बच गया। एक 21 वर्षीय युवक मैट्रो ट्रैक पार करते समय बाल-बाल बचा। हादसा मैट्रो पायलट की समझदारी से बचा। अगर मैट्रो जरा सी भी स्पीड में होती तो आज उस युवक की जान जा सकती थी।
दरअसल, मयूर पटेल नामक युवक शाष्त्रीनगर मैट्रो स्टेशन पर पहली बार आया था और उसे दूसरी तरफ जाना था। लेकिन उसे यह नहीं समझ में आया कि किस तरह से एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेफॉर्म पर जाएं और वह मैट्रो ट्रैक पर कूदकर दूसरे प्लेटफॉर्म की तरफ जाने लगा। इतने में ही मैट्रो आगे की तरफ बढ़ने लगी और वह युवक प्लेटफॉर्म पर चढ़ने की कोशिश कर रहा था और चढ़ नहीं पा रहा था। लेकिन पायलट ने समझदारी दिखाते हुए ब्रेक ले लिया, क्योंकि मैट्रो स्पीड नहीं पकड़ पाई थी। मजे की बात यह है कि युवक पीछे नहीं देख रहा था और मैट्रो ट्रेन के बिल्कुल पास ही प्लेटफॉर्म पर चढ़ने की कोशिश कर रहा था, लेकिन फिसलन की वजह से वह प्लेटफॉर्म पर वह चढ़ नहीं पा रहा था।
#CCTV Delhi: Narrow escape for 21 year old Mayur Patel as train moved while he was crossing the track at Shastri Nagar metro station. He was later fined by authorities. During questioning he claimed that he did not know how to get to the other platform so he crossed the track pic.twitter.com/YbXcXPzYyA
— ANI (@ANI) May 23, 2018
मैट्रो ट्रेन के जाने के बाद जब युवक से पूछा गया कि ऐसा रिस्क क्यों लिया तो उसने जवाब दिया कि उसे इसके बारे में जानकारी नहीं थी कि किस तरह से एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाते हैं, तो उसने सीधे ही ट्रैक को क्रास करने की कोशिश की। लेकिन दुर्घटना में मैट्रो पायलट की समझदारी से उसकी जान बच गई।
मैट्रो स्टेशन पर कभी-कभी इस तरह के वाकये सामने आते हैं। खासकरके उस समय जब कोई अनजान या नया व्यक्ति मैट्रो स्टेशन पर आता है तो पहली बार उसे चीजें कम समझ में आती हैं। कई बार तो लोग मैट्रो में घुसते समय ही अचकचा जाते हैं कि आगे किस तरह से बढ़े या फिर जांच में किस तरह से सहयोग करें। इसके अलावा कई बार तो यह देखा जाता है कि कई लोग महिलाओं की सीट पर बैठकर सफर करते हैं और किसी महिला के आने के बाद भी सीट नहीं छोड़ते हैं।