पिछले एक महीने से तमिलनाडु के तूतीकोरिन में वेदांता की स्टरलाइट कॉपर यूनिट को बंद करने की मांगे उठ रही थी, जिसको लेकर लोगों द्वारा विरोध भी किया जा रहा था। वहीं मंगलवार को ये प्रदर्शन हिंसा में बदल गया। दरअसल, कॉपर यूनिट को बंद करने के पीछे प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इस यूनिट के कारण क्षेत्र में भूजल प्रदूषित हो रहा है। सूत्रों से मिली खबर के अनुसार स्टरलाइट कॉपर यूनिट की तरफ लगभग 20 हजार प्रदर्शनकारी बढ़ने लगे। वहीं जब पुलिस ने इनको रोकना चाहा तो प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। साथ ही प्रदर्शनकारियों ने सरकारी वाहनों में आग लगा दी और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ पुलिस के वाहनों को भी पलट दिया।
Hon’ble CM-Press Release-Thoothukudi dt sterlite industry-violence-death-Date 22.05.2018 pic.twitter.com/ItkoFoMIZn
— Edappadi K Palaniswami (@CMOTamilNadu) May 22, 2018
वहीं पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई में कम से कम 12 लोगों की मौत समेत 2 दर्जन लोग घायल हो गए। इस घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव पसरा हुआ है। वहीं तमिलनाडु के सीएम के. पलानीस्वामी ने कहा कि पुलिस को हिंसा रोकने के लिए गोलियां चलानी पड़ी। साथ ही उन्होंने इस घटना पर दुख भी व्यक्त किया। वहीं उन्होंने हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये और घायलों को 3-3 लाख रुपये के मुआवजा देने का ऐलान किया है।
The gunning down by the police of 9 people in the #SterliteProtest in Tamil Nadu, is a brutal example of state sponsored terrorism. These citizens were murdered for protesting against injustice. My thoughts & prayers are with the families of these martyrs and the injured.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 22, 2018
साथ ही पलानीस्वामी ने कहा कि इस मामले की जांच के लिए एक सदस्यीय आयोग गठित किया जाएगा और हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति इस मामले की जांच करेंगे। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर तमिलनाडु सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा तमिलनाडु में स्टरलाइट के विरोध में प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने लोगों को मार दिया। यह सरकार प्रायोजित आतंकवाद की बर्बर मिसाल है। मेरे विचार और प्रार्थना इन शहीदों और घायल लोगों के परिवारों के साथ है।