मुंबई। कुमारस्वामी के पिता और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने कर्नाटक में मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को निमंत्रण भेजा है। लेकिन शिवसेना की तरफ से कोई नेता शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए नहीं जा रहा है, क्योंकि शिवसेना के सभी नेता पालघर के उपचुनाव में व्यस्त हैं। संजय राउत ने कुमारस्वामी को शुभकामनाएं दी हैं।
बता दें, जिस समय कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला ने राज्य की सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते भारतीय जनता पार्टी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करके मुख्यमंत्री पद की शपथ दिला दी थी और देश के सभी विपक्षी नेता राज्यपाल और भाजपा पर सवाल खड़ा कर रहे थे और कह रहे थे कि देश में लोकतंत्र की हत्या हो रही है, क्योंकि भाजपा के पास ऑकड़े नहीं थे। और जिसके पास ऑकड़े थे उसे मौका नहीं दिया जा रहा था। उस समय शिवसेना खुलकर राज्यपाल और केंद्र सरकार की आलोचना की थी।
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शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने तो यहां तक कहा था कि देश में लोकतंत्र बचा ही नहीं है। इसलिए लोकतंत्र की हत्या की बात ठीक नहीं है। उन्होंने तो अप्रत्य़क्ष रूप से देश में तानाशाही की बात कही थी। वैसे भी शिवसेना ने महाराष्ट्र में 2019 के आम चुनाव से भाजपा से अलग होकर चुनाव लड़ने के लिए अपना रास्ता अलग कर लिया है। हालांकि, पार्टी अभी भी महाराष्ट्र सरकार और केंद्र सरकार में शामिल है। लेकिन समय-समय पर वह केंद्र की नीतियों का पुरजोर विरोध करती रहती है।
गौरतलब है कि 2019 के आम चुनाव में भाजपा को पराजित करने के लिए आज देश की तमाम विपक्षी पार्टियों के नेता कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए जा रहे हैं। जिसमें यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, बसपा सुप्रीमो मायावती, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजश्वी यादव, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंदरबाबू नायडु, सीपीआई नेता सीताराम येचुरी, केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन और लोकतांत्रिक जनता दल के अध्यक्ष शरद यादव का नाम मुख्य रूप से आगंतुको की सूची में शामिल है।
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देखना यह है कि कर्नाटक की हार भारतीय जनता पार्टी को दक्षिण में अपनी पैठ बनाने से रोकने में कितना कामयाब हो पाती है या कांग्रेस -जेडीएस के उभरे मनोबल से विपक्ष एकजुट होने में कितनी कामयाबी हासिल कर पाता है। लोगों की नजरें कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण के साथ-साथ विपक्षी एका पर भी लगी हुई हैं।