कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस के गठबंधन द्वारा कुमारस्वामी बुधवार को कर्नाटक की कुर्सी पर काबिज होंगे। हालांकि ये अभी तय नहीं हुआ है कि उनके कैबिनेट का स्वरूप क्या होगा और उनके साथ कितने मंत्री शपथ लेंगे। वहीं दोनों पार्टियों में इसको लेकर अभी भी बैठकों का दौरा जारी है। बेंगलुरु में कांग्रेस-जेडीएस के नेताओं और विधायकों की बैठक होने जा रही है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इस बैठक के बाद कुमारस्वामी की कैबिनेट का रूप तैयार हो जाएगा।
जहां एक तरफ उपमुख्यमंत्री की रेस में कांग्रेस नेता जी. परमेश्वर का नाम सबसे आगे चल रहा है, तो वहीं जेडीएस ने एक मुस्लिम को डिप्टी सीएम बनाए जाने का कार्ड खेला है। लेकिन इन सबके बीच कांग्रेस में लिंगायत समुदाय से भी डिप्टी सीएम बनाने की मांग तेज हो गई है। लिंगायत समुदाय के संगठन अखिल भारत वीरशैव महासभा के नेता तिप्पाना ने एक खुला खत लिखा है, जिसमें उन्होंने कांग्रेस के विधायक शमनूर शिवशंकरप्पा को डिप्टी सीएम बनाने की मांग की है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि आज की बैठक के बाद दो डिप्टी सीएम पर भी विचार हो सकता है।
साथ ही 23 मई बुधवार को होने वाले शपथग्रहण समारोह में विपक्षी दलों का जमावड़ा लगेगा, जिसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मायावती, अरविंद केजरीवाल, अखिलेश यादव, ममता बनर्जी, तेजस्वी यादव, पिन्नाराई विजयन, कमल हासन, एम. के. स्टालिन, चंद्रबाबू नायडू, अजीत सिंह और के. चंद्रशेखर अपने बेटे के साथ शामिल हैं। दरअसल, बुधवार को ये कोशिश की जाएगी कि सारे विपक्षी नेता 2019 में बीजेपी के खिलाफ महागठबंधन के स्वर को तेज करने की कोशिश करेंगे।