मुरादाबाद बाल कल्याण समिति ने प्रयास कर ढाई साल पहले पिता से बिछड़े बच्चे को सोमवार की शाम को उसके पिता को सौप दिया। बेटा पिता से मिलने के बाद खुशी से झूम उठा। आपको बता दे, जम्मू कश्मीर के कटरा निवासी पशुराम मजदूरी करता है। उसका बेटा सिधू सात साल की उम्र में परिवार से बिछड़ गया था। सिधू सितंबर 2016 को मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पर पहुचां। जहां जीआरपी पुलिस ने सिधू से पूछताछ की तो उसने बताया कि कटरा से नई ट्रेन शुरू हुई थी। वह उस ट्रेन में भीख मांगे चढ़ गया था, फिर ट्रेन से वह मुरादाबाद स्टेशन पहुचने पर उतर गया। वहीं प्लेटफॉर्म पर अकेले घूमते देख उसे जीआरपी ने पकड़ लिया।
वहीं सिधू अपने घर या पिता का नाम नही बता सका केवल उसने यह बताया कि वह कटरा का रहने वाला है, जिसके बाद उसे चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया। वहीं सिधू ढाई साल तक रहा, जहां उसने पढ़ना-लिखना सीखा। लेकिन चाइल्ड लाइन और बाल कल्याण समिति सिधू के घर का पता खोजने की बहुत कोशिश की लेकिन पता नही चल पाया।
आपको बता दें, कि एक महीने पहले बाल सरंक्षण योजना वालो ने सिधू को उसके परिजनो से मिलवाने का जिम्मा उठाया और जम्मू की बाल सरंक्षण योजना कार्यालय में उसकी सूचना भेजी। अधिकारियों ने हर गली-मोहल्ले में जाकर सिधू की फोटो दिखानी शुरू की, तो सिधू के एक रिश्तेदार ने सिधू का फोटो पहचान ली और अधिकारियों को सिधू के पिता के बारे मे बता दिया, जिसके बाद समेकित बाल सरंक्षण योजना के मजिस्ट्रेट सदस्य गुलजार अहमद ओर नीतू सक्सेना ने सोमवार की देर शाम सिधू को उसके पिता को सौप दिया है।
हिन्द न्यूज टी.वी के लिए मुरादाबाद से नवनीत चौहान