नई दिल्ली। उन्नाव विधायक कुलदीप सिंह सेंगर बलात्कार के आरोप में पुलिस हिरासत में हैं। जांच एजेंसी सीबीआई ने उस पर एक और केस दर्ज करवाया है। पीड़िता के पिता पर झूठा आरोप लगाने के लिए आपराधिक षड्यंत्र के आरोप में सेंगर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
हाल ही में, सीबीआई ने एक नाबालिग लड़की के पिता की मौत के संबंध में उत्तर प्रदेश पुलिस के दो सब-इंस्पेक्टरों को गिरफ्तार कर लिया था, जिनके साथ कथित तौर पर सेंगर ने बलात्कार किया था।
उप निरीक्षक अशोक सिंह भदौरीया, स्टेशन अधिकारी और उप निरीक्षक कामता प्रसाद सिंह, उन्नाव जिले के माखी पुलिस स्टेशन ने आपराधिक षड्यंत्र और साक्ष्य को मिटाने के आरोप में गिरफ्तार किया था। वर्तमान में दोनों को निलंबित कर दिया गया है।
4 जून, 2017 को भाजपा विधायक ने अपने आवास पर नाबालिग के साथ कथित रूप से बलात्कार किया था। पीड़िता को नौकरी दिलाने के बहाने झांसा देकर ले जाया गया था।
पीड़िता के पिता को इस साल की शुरुआत में 3 अप्रैल को शस्त्र अधिनियम के तहत पुलिस द्वारा बुक किया गया था और 5 अप्रैल को जेल में डाल दिया गया था। बाद में अस्पताल में उसका निधन हो गया, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उसके शरीर पर गंभीर चोटों का जिक्र किया गया है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में अपराध का सिलसिला थम नहीं रहा है। हर रोज कही न कहीं रेप या हत्या की बारदातें हो रही हैं। कभी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं तो कभी मीडिया खुलासा कर रही है।
उन्नाव रेप में केस दर्ज होने से पहले किसी का ध्यान नहीं गया था। केस दर्ज न होने पर पीड़िता जब सीएम आवास के बाहर आत्महत्या का प्रयाक की तो पता चला कि मामला गंभीर है। उसके बाद यह मामला सुर्खियां में आय़ा। तब जाकर सरकार हरकत में आय़ी और आनन-फानन में मामले के सीबीआई के सुपुर्द किया गया। यहां तक कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप करना पड़ा।
इसी तरह से पिछले हफ्ते शाहजहां पुर में तीन नाबालिगों के साथ बलात्कार की घटनायें हुई हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस तरह की लचर व्यवस्था जब तक रहेगी। प्रदेश में सुरक्षा की गारंटी की कल्पना नहीं की सकती है।