मुरादाबाद भगतपुर टांडा ब्लॉक के दो गांव के प्राथमिक विद्यालय में बच्चो का सफाई करते हुए फोटो वारयल हो रहा हैं। जिसमें स्कूली बच्चे छत की सफाई करते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह फोटो अलग अलग गांव की है, तथा अलग अलग दिन की हैं। पहली फोटो शुक्रवार की बताई जा रही हैं तो वहीं दूसरी ओर शनिवार की दिन का बतायी जा रही हैं। फिलहाल सभी सरकारी स्कूलों में गर्मी की छुट्टी करने के लिए आदेश कर दिए हैं लेकिन विद्यालय बंद होने से पहले स्कूल के बच्चों से साफ सफाई करायी गई जो चौकाने वाली बात हैं। बीएसए ने दोनों मामलों में विद्यालयों के अध्यापकों को अपने कार्यालय में बुला कर जवाब मांगा है।
भगतपुर टांडा ब्लॉक स्थित प्राथमिक विद्यालय डांडी दुर्जन में जहाँ बच्चों से तपती धूप में करीब दो से तीन घंटे तक झाड़ू लेकर छत की सफाई कराई गई। बच्चो से कूड़ा बहार डलवाया गया। ठीक एक दिन बाद शनिवार को फिर इसी ब्लॉक के कोटा नगला मजरा के प्राथमिक विद्यालय में धूप में बच्चों से स्कूल परिसर के अंदर झड़ू से सफाई करायी गयी। सफाई करने के बाद बच्चों नें ही कूड़े को परात में भर कर अपने सर पे ले जाकर कूड़े को डाल।
ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापक धर्मेंद्र सिंह द्वारा बच्चों से झाड़ू लगवाने की शिकायत बेसिक शिक्षा अधिकारी से की, मामले को गम्भीर को देखते हुए, बीएसए योगेंद्र कुमार ने समस्त अध्यापकों को अपने कार्यालय में बुला कर तलब किया।
ग्रामीणों का कहना था कि शनिवार को विद्यालय का आखरी दिन था उस के बाद गर्मियों की छुट्टी हो रही हैं। आज तो पढ़ना ही चाहिए था लेकिन अध्यापकों ने सभी बच्चो से विद्यालय प्रांगण में झाड़ू लगवाई साथ ही बच्चो ने अपने सर पर परातों से कूड़ा बहार फेका।
इस पूरे मामले पर मुरादाबाद बाल कल्याण समिति की मजिस्ट्रेट सदस्य नीतू सक्सेना ने पूरे मामले पर बोलते हुए कहा कि बच्चों को शिक्षा देने की जगह विद्यालय में काम कराना गंभीर बात है। पूरे मामले को सोमवार को जिलाधिकारी राकेश कुमार के सामने रखकर कार्रवाई की मांग करेंगे ।इस तरह विद्यालय में कार्य करना गलत है ऐसा नही होना चाहिए।
हिंद न्यूज टीवी के लिए मुरादाबाद से नवनीत चौहान