वाराणसी हादसे में फ्लाईओवर के नीचे दबने से अलीगढ़ के फौजी की मौत हुई थी, बताया जा रहा है कि भवानी नर्सिग का कोर्स कर रहे थे और हादसे के वक्त मिनी बस से छावनी अपने कमरे के लिए लौट रहे थे, तभी यह हादसा हुआ। उनकी मौके पर ही मौत हो गई। बनारस कैंट से इस हादसे की खबर मोबाइल पर उनके भाई को दी गई, हादसे की खबर से परिवार में कोहराम मचा हुआ है, वहीं फौजी का पार्थिव शरीर आज अलीगढ लाया गया और सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया, इस मौके पर गांव और आसपास के लोग मौजूद रहे, उनके शरीर के अंतिन दर्शन के लिए गांव वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। भवानी शंकर शर्मा थाना खैर के वाजिदपुर गांव के रहने वाले हैं, 27 साल के भवानी शंकर 2010 में BSF में भर्ती हुए थे। तभी से उनकी तैनाती वाराणसी के छावनी में थी।
परिवार को एकमात्र चलाने वाले भवानी शंकर शर्मा ही थे, भवानी के माता-पिता वृद्ध है और छोटा भाई बेरोजगार है। भवानी शंकर शर्मा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के फौजी थे देश में कहीं भी आपदा होने पर भवानी सेवा देने को तत्पर रहते थे। इसी से संबंधित ट्रेनिंग भवानी शंकर बीएचयू में कर रहे थे। भवानी शंकर जिस फौज में शामिल होकर देश की सेवा के लिए काम कर रहे थे, उसी फौज के लोग हादसे में राहत के लिए गए थे, और उनके साथियों ने ही भवानी शंकर की पहचान की थी। फिलहाल सरकार की योजना के तहत भवानी शंकर शर्मा को आर्थिक मदद दी जाएगी।
हिन्द न्यूज टीवी के लिए अलीगढ़ (ऊ.प्र) से अजय कुमार