बेंगलुरू। जनता दल एस और कांग्रेस के गठबंधन के बावजूद और बहुमत के लिए जरूरी आंकड़े होने के बाद भी भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री पद के दावेदार येदियुरप्पा ने कहा है कि राज्य में सरकार बनाने के लिए उनकी पार्टी सरकार बनाने का दावा पेश करेगी।
विधायक दल की बैठक में नेता चुना जाएगा। उसके तुरंत बाद हम राजभवन जाएंगे और सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कांग्रेस-जेडी-एस गठबंधन को भी अस्वीकार कर दिया और कहा कि कर्नाटक के लोग राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार चाहते हैं।
लोग भाजपा की सरकार चाहते हैं और हम इसे बनाएंगे। कोई भी अप्राकृतिक तनाव पैदा कर सकता है, लेकिन कर्नाटक के लोग हमारे साथ हैं। बैठक के बाद, हम आवश्यक कदम उठाएंगे। कांग्रेस पिछले दरवाजे से सरकार बनाने की कोशिश में जुटी है, लेकिन हम उन्हें कामयाह नहीं होने देंगे।
जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन के बारे में अपना विचार रखते हुए भाजपा नेता सदानंद गौड़ा ने कहा कि हमारी पार्टी से सबसे बड़ी हैं। आपने देखा है कि छह महीने पहले कांग्रेस और जेडी-एस कैसे लड़ रहे थे। अब, वे एक साथ आकर और सरकार बनाना चाहते हैं।
बता दें, राज्य में भाजपा को 104 सीटें मिली हैं। हालांकि, सरकार बनाने के लिए आवश्यक 112 सीटों का आंकड़ा जुटाने में नाकामयाब रही है।
वहीं, 78 सीटों के साथ कांग्रेस दूसरी बड़ी पार्टी बनी है। पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवी गौड़ा की अगुआई वाली जेडी-एस को 37 सीटों के साथ तीसरा स्थान मिला है।
ज्यादा सीटें पाने के बावजूद भी कांग्रेस ने जेडी-एस को समर्थन दे दिया है और कहा है कि एचडी कुमारस्वामी हमारे नेता हैं और वे ही राज्य के मुख्यमंत्री बनेंगे। जेडीएस ने उनके इस ऑफर को स्वीकार कर लिया। दोनों पार्टियों के एक साथ आ जाने के बाद बहुमत के ऑकड़े को पार कर जाते हैं।
वहीं, भाजपा के पास सरकार बनाने के लिए जरूरी नंबर्स नहीं हैं। हालांकि भाजपा के नेता दावा कर रहे हैं कि वे सदन के पटल पर बहुमत साबित कर देंगे।
इस मामले में अंतिम निर्णय कर्नाटक के राज्यपाल वाजुभाई रुडाभाई वाला द्वारा ही लिया जाएगा। सबकी नजरें राज्यपाल के फैसले पर लगी हुई हैं।