बेंगलुरु। कर्नाटक भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता ईश्वरप्पा ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी कुछ कांग्रेस और जनता दल (एस) विधायकों के संपर्क में हैं। अगर राज्यपाल हमको सरकार बनाने का न्यौता देते हैं तो हम सदन के पटल पर अपना बहुमत साबित कर देंगे।
ईश्वरप्पा ने संवाददाताओं से कहा कि कई जेडी (एस) और कांग्रेस विधायक कांग्रेस और जेडी (एस) सरकार बनाने के लिए एक साथ जा रहे हैं, परंतु कुछ विधायक हमारे संपर्क में हैं और वे हमारा समर्थन करेंगे।
उन्होंने यह भी दावा कि राज्य में भारतीय जनता पार्टी की ही सरकार बनेगी।
ईश्वरप्पा ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि राज्य में भारतीय जनता पार्टी की ही सरकार बनेगी। यह 100 प्रतिशत सच है। केवल इंतजार कीजिए और देखिये क्या होता है। कल ही तो नतीजे आए हैं और केवल एक दिन बीता है।
ईश्वरप्पा ने कर्नाटक विधानसभा चुनावों में जबरदस्त मार्जिन के साथ शिवमोगा सीट जीती है।
उन्होंने कांग्रेस के केबी प्रसन्ना कुमार को 46,107 के भारी अंतर से पराजित किया। ईश्वरप्पा को 1,04,027 वोट मिले हैं।
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी के नेता बसवराज बोम्मई ने कहा कि पार्टी अभी तक किसी के पास नहीं गई है। लेकिन राजनीति संभावनाओं का खेल है। राजनीति में कुछ भी संभव है।
बोम्मई ने संवाददाताओं से कहा कि राजनीतिक अगले 2-3 दिनों में सब आप लोंगो के सामने आ जाएगा।
उधर, कांग्रेस के विधायक एमबी पाटिल ने दावा किया है कि हम सब एक साथ हैं। हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है। आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि भारतीय जनता पार्टी के 6 विधायक हमारे समर्थन में हैं। यहां पर दोनों ही पार्टियां सरकार बनाने के लिए आवश्यक आंकड़े जुटाने के खेल में लगी हुई हैं। दोनों के दावे हैं कि वे एक दूसरी पार्टी के विधायकों के संपर्क में हैं।
आपको बता दें, कर्नाटक में कल ही चुनाव के नतीजे आए हैं और किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। इसलिए कर्नाटक की राजनीति में गर्माहट आ गई है। राज्य में भाजपा को 104 सीटें मिली हैं, जो पहले नंबर पर है। लेकिन 224 सदस्यीय विधानसभा में स्पष्ट बहुमत के लिए जरूर आंकड़े जुटाने में नाकामयाब रही है। हांलाकि चुनाव 222 सीटों पर ही हुए हैं। इसलिए सरकार बनाने के लिए 112 सीटों की आवश्यकता है।
दूसरी तरफ, कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) क्रमश: 78 और 38 सीटों के साथ राज्य में सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं।
कर्नाटक की सत्ता से बदखल होने वाले पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि जेडी (एस) नेता एचडी कुमार स्वामी राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे।
इसके अलावा, भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि वह राज्य के गवर्नर से मिलने जा रहे हैं कि वे भाजपा को सरकार बनाने की अनुमति दें।
सभी की नजरें अब कर्नाटक के राज्यपाल वजूभाई रुदाभाई वाला पर लगी हुई हैं। संवैधानिक प्रावधान के अनुसार, खंडित जनादेश मिलने पर सरकार बनाने के लिए सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया जाता है। लेकिन कई राज्यों में इस प्रावधान को नहीं माना गया है। मसलन गोवा में भी खंडित जनादेश मिला था। किसी भी पार्टी को स्पष्ट जनादेश नहीं मिलने पर भी राज्य में सबसे अधिक सीटें प्राप्त करने वाली कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए गवर्नर में आमंत्रित नहीं किया। इसके साथ बिहार में राष्ट्रीय जनता दल सबसे बड़ी पार्टी है, लेकिन वहां पर दो पार्टियों को मिलाकर बहुमत का दावा किये जाने पर राज्यपाल ने जदयू और भाजपा गठबंधन को सरकार बनाने का न्यौता दिया।