सीतापुर। यूपी में अपराध में कमी नहीं आ रही है। ताजा मामला सीतापुर जिले का है जहां पर एक 25 वर्षीय महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया।
महिला, अपने बेटे के साथ सीतापुर में नैमिशारण्य धाम जाने के लिए गई थी, जब तीन लोगों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।
महिला को सीतापुर के जिला अस्पताल में चिकित्सकीय जांच के लिए में भर्ती कराया गया है।
भारतीय दंड संहिता की धारा 376 डी के तहत आरोपी के खिलाफ कोतवाली पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
प्रारंभिक सूचना के अनुसार, आरोपी, रामू, पतरू कश्यप और रामेश्वर कश्यप धाम के मजदूर हैं।
इस मामले में छानबीन की जा रही है।
बता दें, सोमवार को शाहजहांपुर में दो अलग-अलग क्षेत्रों में दो नाबालिगों के साथ दुष्कर्म की खबर आई थी।
लगभग दो हफ्ते पहले भी शाहजहांपुर में एक नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई थी।
गौरतलब यह है कि यह सब मामले कठोर कानून के प्रस्ताव के बाद सामने आ रहे हैं। अभी हाल की दो घटनाओं ने देश को झकझोर करके रख दिया।
उन्नाव जिले की घटना तो कुछ इस तरह की थी जिसमें राज्य सरकार का हाथ साफ तौर पर महसूस किया जा रहा था। उन्नाव के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगा था। जिसकी एफआईआर तक दर्ज नहीं हो रही थी। जिससे परेशान होकर नाबालि लड़की मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह करने की कोशिश की। उसके बाद यह मामले मीडिया में आय़ा। मीडिया में आने के बाद जब पूरे देश में इस मामले को लेकर शोर मचा तब जाकर उत्तर प्रदेश सरकार हरकत में आई। यहां तक इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने स्वतः संज्ञान लेकर इस मामले में हस्तक्षेप किया और सीबीआई जांच के आदेश दिए। उच्च न्यायालय ने यह कहा कि सीबीआई केस की स्टेटस रिपोर्ट मुहैया कराय़े। उसके बाद विधायक को गिरफ्तार किया गया।
इस तरह के मामलों में अगर सरकार खुद कार्रवाई करे तो कम से कम किरकिरी होने से बच जाए।