अगरतला। त्रिपुरा के स्वास्थ्य मंत्री सुदीप रॉय बर्मन ने विशेष रूप से त्रिपुरा के दो जिलों में महिलाओं के बीच मानव इम्यूनोडेफिशियेंसी वायरस (एचआईवी) संक्रमण में वृद्धि पर चिंता व्यक्त की है।
स्वैच्छिक रक्तदान और मुफ्त एचआईवी परीक्षण आयोजित का कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें उपमुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा ने भी इसमें हिस्सा लिया।
रविवार को भगत सिंह युवा छात्रावास में त्रिपुरा एड्स कंट्रोल सोसाइटी कर्मचारी संघ के राज्य सम्मेलन को संबोधित करते हुए बर्मन ने कहा कि जिस तरीके से महिलाओं में एचआईवी संक्रमण बढ़ रहा है, वह चिंता का विषय है। इसका यह मतलब है कि कुल निधि का 98 प्रतिशत महिलाओं के लिए खर्च करने के बावजूद भी उत्तर औऱ पश्चिम जिले में महिलाएं वायरस से संक्रमित हो रही हैं। हमें इस समस्या का हल ढूंढने की जरूरत है। हम जो प्रयास कर रहे हैं, उसका सही तरीके से इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है।
हाल की एक रिपोर्ट के माध्यम से, दिन-प्रतिदिन महिलाओं के बीच संक्रमण की संख्या बढ़ रही है। मुझे उम्मीद है कि हम सब लोग मिलकर इस समस्या से निपटने के कुछ तरीकों और साधनों का पता लगायेंगे। कुल मिलाकर मैं यह कहना चाहता हूं कि हमको इसे घटाना है।
इस बीच, उपमुख्यमंत्री ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हम सबको इस कलंक से बाहर आना चाहिए और खुद को परीक्षण करना चाहिए और यदि सकारात्मक पाया जाता है तो हमको शर्मिंदगी नहीं महसूस करनी चाहिए, बल्कि उपचार करवाना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि समाज को लोगों को जागरूक करने में कुछ गतिविधियां भी करना चाहिए।
गौरतलब है कि यह समस्या पूरे देश में है। हम सबको इस समस्या से निदान का प्रयास करना चाहिए। समाज में जागरूकता फैलानी चाहिए। संक्रमण का पता लगते ही तुरंत डॉक्टर के पास जाकर परीक्षण करवाकर दवा लेनी चाहिए। इसमें शर्मिंदगी जैसी कोई बात नहीं सोचनी चाहिए।