अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय में दो मई को हुई घटना पर खुद भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने सवाल उठाये हैं। आज छात्र संघ ने प्रेस वार्ता कर बताया कि पूर्व उपराष्ट्रपति ने छात्र संघ अध्यक्ष को एक पत्र लिखा है।
भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष को लिखे पत्र में लिखा है कि मैं AMU छात्र संघ को धन्यवाद देता हूँ जिन्होंने मुझे छात्र संघ की आजीवन सदस्यता देने के लिए कार्यक्रम रखा,लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों की वजह से वो कार्यक्रम नहीं हो पाया।जिसकी सभी ने पुरजोर निंदा की है। जब कार्यक्रम शुरू होना था ठीक उसी समय व्यावधान उत्पन्न किए गए, जो अपने आप में सवाल खड़े करता है। उस दिन मुझे केनेडी ऑडिटोरियम में छात्रों को सम्बोधित करना था जिसकी जानकारी सभी को थी। सुरक्षा और कार्यक्रम से जुड़े सम्बंधित लोगों को आधिकारिक सूचना दे दी गई थी। लेकिन उसके बावजूद कुछ असामाजिक तत्व उस गेस्ट हाउस के नजदीक पहुँच जाते है जहाँ में रुका हुआ था। उसके बाद छात्रों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन सराहनीय है। लेकिन जो पूरी घटना घटित हुई उसके लिए न्यायिक जांच होनी चाहिए।
आपको बता दें कि पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी का यह पत्र ईमेल के माध्यम से एएमयू के छात्रसंघ अध्यक्ष को को मिला है । मशकूर ने इस पत्र को सार्वजनिक तौर पर मीडिया में जारी करते हुए बताया कि एएमयू छात्रसंघ अध्यक्ष ने बताया कि जिस दौरान उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी गेस्ट हाउस में मौजूद थे उस समय सिक्योरिटी में चूक की गई । आगे कहा कि पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने छात्रों के आंदोलन का समर्थन किया है और कहा है कि छात्र अपना आंदोलन शांतिपूर्वक चला रहे हैं, वो किसी तरह का एकेडमिक व्यवधान नहीं कर रहे हैं ।वही,पूरे घटनाक्रम को लेकर जुडिशियल इंक्वायरी की मांग की गई है।छात्र संघ अध्यक्ष ने कहा कि पूर्व उपराष्ट्रपति के पत्र को केंद्र और राज्य सरकार माने और न्यायिक जांच कराएं, जो आरोपी है, उन्हें सजा मिलनी चाहिए। छात्रसंघ अध्यक्ष मशकूर अहमद उस्मानी ने कहा कि पत्र मिलने के बाद पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी से बात भी हुई है, मशकूर ने आगे यह भी कहा कि इस देश की व्यवस्था इतनी चरमरा गई है कि पूर्व उपराष्ट्रपति पर अटैक करने की योजना बनाई जाती है, क्योंकि वह अल्पसंख्यक समुदाय से ताल्लुक रखते हैं, मशकूर ने बताया कि इससे पहले भी हामिद अंसारी को टारगेट किया गया हैं । मशकूर अहमद उस्मानी ने बताया कि 12 मई को ही यह लेटर इसलिए भेजा गया क्योंकि आज कर्नाटक का चुनाव खत्म हुआ है, क्योंकि चुनाव में किसी तरह का कोई कम्युनल एंगल चुनाव में कोई ध्रुवीकरण करें, इसलिए चुनाव के बाद पत्र लिखा है। वे किसी तरह की सियासत नहीं चाहते थे। उन्होंने उनके जज्बे को सलाम करते हुए कहा कि एएमयू को लेकर पूरा मीडिया ट्रायल हुआ, मशकूर ने कहा कि हम जिन्ना के लिए धरने पर नहीं बैठे थे, हम पूर्व उपराष्ट्रपति पर जो हमला करने की फिराक में थे, और इसके लिए न्याय की मांग कर रहे है
छात्र संघ अध्यक्ष ने कहा कि मीडिया ने मामले को अलग रूप देने की कोशिश की। ये मुद्दा जिन्ना का नहीं है। जिन्ना हमारी आस्था नहीं है वो एक ऐतहासिक मामला है। मुद्दा जो है वो हामिद अंसारी साहब का है और इसमें जवाबदेही किसकी है। ये पत्र दिखाता है की मामला क्या है। तो वहीं बॉबे सैयद गेट पर चल रहे धरने को भूख हड़ताल में समय से पहले तब्दील कर देने पर पूछा गया तो मशकूर ने तर्क देते हुए कहा कि छात्राओं को अँधेरे होने से पहले जाना था तो इस तरह किया गया है।
हिन्द न्यूज़ टीवी के लिए अलीगढ से अजय कुमार