हर्रैया थाना क्षेत्र के फरदापुर गांव में सुबह पांच बजे एक घर के सामने झाड़ी में तेंदुए को देखते ही लोग शोर मचाने लगे। मौके पर पहुंचे दो ग्रामीणों पर तेंदुए ने हमला बोलकर घायल कर दिया और पास भुसैले में जा छिपा। पूरे दिन भर इसे पकड़ने की कसरत की जाती रही लेकिन हमलावर हुए तेंदुए को शाम को पकड़ा जा सका। वह भी तब जब लखनऊ से पहुंची वन विभाग की टीम ने ट्रैंकुलाइजर गन से उसे बेहोश कर पिजरे में कैद किया।
फरदापुर गांव में सुबह आशीष तिवारी के घर के सामने झाड़ियों में एक तेंदुए को देख घर के लोगों के होश उड़ गए। वह शोर मचाकर गांव के लोगों को बुलाने लगे। इसी बीच गांव के घनश्याम व रामबदन जैसे ही वहां पहुंचे शोर सुनकर गुस्साए तेंदुएं ने उन पर हमला बोल दिया। हमले में घायल दोनों लोगों को सीएचसी हर्रैया में भर्ती किया गया। इधर गांव में तेंदुआ आने और दो लोगों पर हमला कर घायल करने की खबर फैलते ही लोग दहशत में आ गए। घरों के दरवाजे बंद हो गए। छत और खिड़की से लोग अपने आसपास नजर गड़ाए खड़े रहे। तमाम लोग डंडा और ईंट लेकर छत पर बैठ गए। बच्चों को अंदर कमरों में बुला लिया।
तेंदुआ आने की खबर हर्रैया पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों को मिली तो वह मौके पर पहुंच गए। एसडीएम हर्रैया दिनेश कुमार, सीओ हर्रैया राहुल पांडेय, हर्रैया और पैकोलिया थाने की फोर्स पहुंच गई। इसके साथ ही वन संरक्षक बस्ती वृत्त केके सिंह और डीएफओ विनय कृष्ण मिश्र भी वन विभाग की टीम के साथ गांव में पहुंच गए। तेंदुआ गांव में राम उजागिर तिवारी के भुसैले में छिपा रहा। उसे पकड़ने के लिए वन विभाग के अधिकारियों ने मुख्यालय लखनऊ से संपर्क साधा और वहां से टीम बुलवाई। शाम को टीम पहुंची और ट्रैंकुलाइजर गन से पहले तेंदुए को बेहोश किया और बाद में उसे पिजरे में कैद किया। डीएफओ विनय कृष्ण मिश्र ने बताया कि तेंदुए को बेहोश कर पकड़ लिया गया है। उसे सोहगीबरवां जंगल में भेजा जा रहा है।
बस्ती से हिन्द न्यूज टी वी के लिए सतीश श्रीवास्तव