एआरटीओ की मिलीभगत से फर्जी आईडी बनाकर एक व्यक्ति के नाम में ट्रांसफर कराये ट्रक को फर्जी तरीके से फाइनेंस कराया, पीड़ित ने जब उच्चधिकारियों से न्याय की गुहार लगाईं तो वहाँ भी जब कोई सुनवाई नही हुई तो पीड़ित को न्यायालय सहारा लेना पड़ा ।
यूपी के सिरसागंज के एआरटीओ कार्यालय के भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया हैं जहाँ, एआरटीओ कार्यालय की मिलीभगत से एक फाइनेंस कंपनी ने एक व्यक्ति की फर्जी आईडी लगाकर ट्रक नंबर UP 83 AT 5237 का फर्जी तरीके से ट्रांसफर करके फर्जी कागजात तैयार कराकर फाइनेंस कराकर एक्सिस बैंक शाखा के खाते में ट्रान्सफर करा दिया | इस मामले को पुलिस ने पहले दर्ज नही किया फिर न्यायालय के आदेश पर पीड़ित ने मुकदमा दर्ज कराया | मुकदमा लिख जाने के 7 महीने बीत जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नही हो रही है,जबकि कोर्ट के आदेश पर श्री राम फाइनेंस कंपनी संचालक, एआरटीओ, प्रबंधक एक्सिस बैंक पर मुकदमा लिखा गया था
फर्ज़ी ईडी लगा कर श्री राम फाइनेंस कंपनी ने ट्रक को फाइनेंस कर दिया ,एआरटीओ फर्जी दस्तावेजों के आधार पर वाहन की ट्रांसफार्मर कर दिया और प्रबंधक एक्सिस बैंक ने फर्ज़ी दस्तावेज से खाता खोल दिया इस मामले में अधिकारियों ने कोई कार्यवाही नही की, कोर्ट में मामले को पंजीकृत कराया है जिसमे धारा 420,467,468 ईपीसी दर्ज हुआ है और गंभीर धारा 471 ईपीसी जो कि फर्ज़ी दस्तावेज की पुलिस ने दर्ज नही की है इस अपराध की शुरुआत ARTO कार्यालय से हुई है, और न ही ARTO के किसी भी कर्मचारियों और अधिकारी के खिलाफ कोई कार्यवाही नही हुई है।
वहीँ पीड़ित का कहना कि मैंने न ही कोई गाड़ी ली और न ही मुझे इसकी कोई जानकारी है जब फाइनेंस कंपनी से नोटिस आया तो ARTO में सम्पर्क किया लेकिन वहाँ मेरी कोई सुनवाई नही हुई | मैंने कई बार इस मामले की शिकायत की लेकिन मुझे आश्वासन दे दिया जाता था जिसके बाद मैंने कोर्ट का सहारा लिया पीड़ित ने बताया कि वो मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करता हैं उसकी आमदनी इतनी नही है कि वो ट्रक ख़रीद सके ।
पुलिस का कहना हैं कि मामला थाना सिरसागंज का है क्राइम नंबर 826/17 जिसमें दो अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो चुकी है इसमे ARTO कर्मचारियों और अधिकारी की भूमिका सामने आ रही है और ARTO कर्मचारियों की मिली भगत है जिसमें मामले की गंभीरता से जाँच चल रही है।
[हिन्द न्यूज़ टीवी के लिए फिरोजाबाद से किशन चन्द्र]