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बलात्कार का मामला निकला झूठा

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उत्तर प्रदेश में बलात्कार की घटनाये जितनी तेज़ी से बढ़ रही है, वही अब झूठे रेप के आरोप में फ़साने के मामले भी सामने आने लगे। मुज़फ्फरनगर पुलिस ने गुरुवार को एक झूठे बलात्कार के मामले का खुलासा करते हुए दो महिलाओं सहित एक युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया हैं। जबकि इस बलात्कार के झूठे षड्यंत्र को रचने वाला मास्टरमाइंड अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है।

दरअसल बीती 8 मई को मुज़फ्फरनगर के छपार थाने में एक महिला लक्ष्मी ने हरिद्वार के एक व्यक्ति रविंदर कुमार महतो पर नौकरी दिलाने का झांसा देकर कोल्ड्रिंक में नशीला प्रदार्थ पिलाकर कार में रेप करने का मामला दर्ज कराया था। पुलिस को प्रथमदृष्टिया ही मामला संदिग्ध दिखाई दे रहा था। जिसके चलते मुज़फ्फरनगर पुलिस ने सर्विलांस के जरिये पुरे मामले का आज खुलासा करते हुए आरोप लगाने वाली महिला लक्ष्मी और उसके साथ मिलकर षड्यंत्र रचने वाले रजनी और फैजल को जेल भेज दिया है। एसपी सिटी ओमबीर सिंह ने इस मामले से पर्दा उठाते हुए मीडिया को बताया की 8 मई को छपार थाने में एक महिला ने रेप का मामला दर्ज कराया था। महिला का आरोप था की किसी व्यक्ति ने छपार थाना क्षेत्र के बाईपास पर उसे बुलाई थी नौकरी दिलाने के बहाने और उसे वहाँ शीतल पेय पिलाया उसके बाद वो उसकी गाड़ी में बैठी तो उस व्यक्ति द्वारा पीछे की सीट पर उसके साथ बतमीजी की गई। गलत हरकत की गई तथा रास्ते में पहले उसके बच्चे को उतारा और बाद में छपार क्षेत्र के सिसौना गांव में उसे उतार दिया। पुलिस को जभी संदेह हुआ था।

जो घटना स्थल था, वहाँ से हमारी चौकी एक किलोमीटर दूर थी, और थाना वहाँ से पाँच किलोमीटर दूर था। वो उस दिन वहाँ पर ना आकर अगले दिन थाने पर आई और अपनी लिखित सुचना लेकर आई थी। उनके द्वारा कुछ फोन नंबर दिए गए थे की आरोपी किस फोन नंबर से बात कर रहा था। जब उन फोनो का लोकेशन निकलवाया गया। और घटना का सही समय जब महिला से पूछा गया तो उसमे फर्क आया। जो घटना महिला के द्वारा बताई गई थी। उसके अनुशार उस महिला का लोकेशन मुज़फ्फरनगर में था। जबकि उसने अपना पुरकाजी में बताया और जिस व्यक्ति पर आरोप लगाया गया था वो हरिद्वार में था। जब इन सब चीजों को सघनता से लिया गया तो पूरा का पूरा षडयंत्र निकलकर आया।

जिस व्यक्ति पर इस महिला द्वारा रेप का आरोप लगाया था उसके द्वारा एक मुकदमा बिजनौर के तथाकथित पत्रकार फैजल के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा पंजीकृत कराया था। हरिद्वार पुलिस ने चार पाँच दिन पहले बिजनौर में दबिश भी दी थी। उस दबिश से बचने के लिए और रविंदर पर दबाव बनाने के लिए ये षड्यंत्र रचा गया पुलिस ने इसमें दो महिलाओ सहित तीन लोगो को जेल भेजा है। इसमें एक फरार है। तप्तीश में पूरा का पूरा मामला झूठा पाया गया है। वही जिस व्यक्ति पर आरोप था। रविंदर मुज़फ्फरनगर पुलिस की तारीफ करते नहीं थक रहा है।

हिंद न्यूज टीवी के लिए  मुज़फ्फरनगर से विशाल प्रजापती

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