अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी मे पाकिस्तान के संस्थापक मो. अली जिन्ना की तस्वीर लगने के मामले मे अब एएमयू के पूर्व छात्रों का बयान सामने आया है। इन छात्रो को लगता है कि जिन्ना की तस्वीर सिर्फ एएमयू ही नही कई अन्य जगहो पर भी लगी है, इनका मानना है कि जिन्ना एक फ्रीडम फाईटर भी रहे हैं फिर उनकी तस्वीर को लेकर इस तरह का विरोध क्यो हो रहा है। अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ओल्ड ब्वायज एसोसिएसन के बैनर तले पुराने छात्रों ने डीएम सुशील मौर्या को राष्ट्रपति को संबोधित ग्यापन सौंपा। उन्होनें मांग की है कि प्रेसीडेंट आफ इंडिया खुद इस मामले की जांच कराकर एक्सन लें, एएमयू के पुराने छात्र रहे और वर्तमान मे शहर के प्रतिष्ठित डाक्टर सलीम संगठन का नेतृत्व कर रहे थे, जिन्होने एएमयू के ओल्ड छात्रों को लेकर अपनी बात रखने का प्रयास किया है। डाक्टर सलीम को लगता है कि जिन्ना ने भी देश की आजादी मे अपना योगदान दिया था। जिन्ना एक फ्रीडम फाईटर भी हैं और उनकी तस्वीर को लेकर इतना हल्ला मचाना ठीक नही है। पुरे विश्व मे एएमयू प्रकरण को बाद भारत का नाम बदनाम हुआ है, जिन्ना के नाम का कुछ राजनैतिक दल यूज कर अपनी राजनीति की रोटी सेंक रहे हैं, उन्हे ये नही पता कि जिन्ना नेहरू, गांधी और मौलाना आजाद के साथ आजादी मे सहयोग किरने वालों में से एक थे। 1945 और 47 के बाद जब देश का बंटवारा हुआ तब जिन्ना भारत से अलग हुये जो हमारे देश के लिये ठीक नही था, डाक्टर सलीम ने चैलेंज किया कि जिन्ना की फोटो तो संसद भवन मे लगी है जो आज तक कभी किसी सांसद को नही दिखा, मुंबई मे भी एक म्यूजियम मे जिन्ना की फोटो है, लेकिन पहला स्टेप पार्लियामेंट ले तो एएमयू जाहिर तौर पर जिन्ना की फोटो यूनिवर्सिटी से हटा लेगा।
हिदंन्यूजटीवी के लिए सतीश श्रीवास्तव