अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय में धरना दे रहे छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर AMU कैंपस से डीएम कोठी तक मानव श्रंखला बनाये जाने का एलान किया था, जिसके बाद अलीगढ प्रशासन द्वारा कैंपस के बाहर काफी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया। छात्रों को मजबूरन कैंपस के अंदर ही मानव श्रंखला बना कर प्रदर्शन करना पड़ा। हालांकि, प्रदर्शन के दौरान कुछ छात्रों ने पुलिस बैरिकेडिंग से बाहर निकलने का प्रयास किया, लेकिन AMU के सुरक्षा कर्मियों, टीचर्स और छात्रों ने उनको वापस अंदर कर दिया। इस दौरान काफी धक्का मुक्की भी हुई। बाद में छात्र AMU रजिस्ट्रार ऑफिस से मुड़कर वापस कैंपस के अंदर चले गए। इस दौरान AMUSU के पदाधिकारियों ने स्पीच भी दी। दरअसल, छात्रों ने प्रदर्शन अपनी विभिन्न मांगों को लेकर किया था।
वहीं इससे पहले अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी कैंपस में पेड़ और दीवारों पर पोस्टर लगाए गए थे। इन पोस्टरों के द्वारा छात्रों ने संदेश दिया कि एएमयू के बॉबे सैयद गेट पर बैठे छात्रों का धरना जिन्ना के समर्थन में नहीं, बल्कि छात्र अपने ऊपर हुए बर्बरतापूर्वक पुलिस की लाठीचार्ज के विरोध में धरना दे रहे हैं। एएमयू में घुसे हिंदूवादी कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की, जबकि उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के ऊपर हमला करने की कोशिश भी की गई। पुलिस ने उल्टा एएमयू छात्रों को ही उस समय बर्बरतापूर्वक लाठियों से पीटा जब वह हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर थाना सिविल लाइन जा रहे थे।