बुधवार को चुनाव आयोग के उड़ान दस्ते ने कोप्पल के गंगावती से 8 लाख और 30,000 रुपये की नकदी की बरामद की। बीजेपी के जिला अध्यक्ष विरुपक्षा के घर से 8 लाख रुपये की बरामदगी की गई, तो वहीं कांग्रेस नेता शमीद मणियार के घर से 30,000 रुपये जब्त किए गए।
इससे पहले बीती रात, जलहल्ली इलाके के एसएलवी पार्क व्यू अपार्टमेंट के एक फ्लैट में 9,746 मतदाता पहचान पत्र पाए गए थे, जिसका चुनाव आयोग ने मध्यरात्रि ही राजनीतिक बहस के बाद उजागर किया था, क्योंकि बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने ही पार्टीयों ने एक दूसरें पर आरोप लगाए कि ये फ्लैट उनसे संबंध रखने वालों का है। इससे पहले, चुनाव आयोग के अधिकारियों ने उसी फ्लैट से प्रिंटर भी जब्त किया था।
बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कांग्रेस पर चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगाया, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि नानजमुरी बीजेपी के टिकट पर 2015 में नगर निगम का चुनाव लड़ा थी और उन्होंने अपने ही बेटे को अपना ही फ्लैट किराये पर दिया।
हालांकि, मंजुला नानजमुरी के बेटे श्रीधर नानजमरी ने बुधवार को इस तरह के आरोपों को नकार दिया और बताया कि वह मंजुला नानजमुरी का एकमात्र पुत्र है। श्रीधर ने कहा, मैं मांजुला नानजामरी का एकमात्र पुत्र हूं। राकेश मेरी मां के भतीजे के बेटे हैं और उनका व्यू अपार्टमेंट के फ्लैट के साथ कोई संबंध नहीं है, जैसा कि मीडिया में दावा किया गया है। उन्होंने कहा कि फ्लैट रंगराजू को किराये पर दिया गया था जो हर महीने इसके लिए किराया देता है।
बीजेपी ने चुनाव आयोग से राजा राजेश्वरी नगर निर्वाचन क्षेत्र में मतदान रद्द करने की भी मांग की, जहां 12 मई शेष राज्य के साथ ही विधानसभा चुनाव होने हैं।