यूपी के बस्ती के जिला अस्पताल मे एक मरीज की मौत के बाद परिजन आक्रोशित हो गये और डाक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाकर थप्पड जड दिया, जिसके बाद सरकारी अस्पताल में बडा बखेडा खडा हो गया | डाक्टर ओपीडी बंद करके हडताल पर चले गए | सुरक्षा और कार्यवाही की मांग को लेकर डॉक्टरों ने जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक ने साथ आपात बैठक भी की, तब तक मरीज हलकान रहे और वे ईलाज के लिये दर-दर भटकते रहे| दरअसल यह मामला करीबन सुबह दस बजे का है जब 60 साल के एक बुजुर्ग को उनके परिजन सीने में दर्द की शिकायत पर लेकर आए | ईमरजेंसी में मौजूद बाल रोग विशेषज्ञ डाक्टर सरफराज ने उनका ईलाज किया | सांस फूलने पर आक्सीजन भी लगाई मगर थोडी देर बाद मरीज की मौत हो गई तो डाक्टर सरफराज ने नर्स से कहकर आक्सीजन निकलवा दिया, लेकिन मरीज के परिजनों को लगा कि आक्सीजन जानबूझकर निकाल गया हैं| जिस वजह से उनके पेंसेट की मौत हो गई| इस बात से परिजन नाराज़ हो गए कि उन्होंने डाक्टर सरफराज के उपर तुरंत हाथ उठा दिया और उनके साथ हाथापाई भी की | मामला बढता देख कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और मृतक के परिजनों को समझा बुझाकर लाश लेकर जिला अस्पताल से जाने को कहा, जब कि डाक्टर अपने साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर कार्यवाही पर अड गए, इसी बीच डाक्टर को थप्पड मारने वाले बीजेपी नेता मनीष उपाध्याय के खिलाफ जब पुलिस ने एक्शन लिया तो भाजपा के वरिष्ठ नेता बीचबचाव करके भाजपा नेता पुष्कर मिश्रा ने एसआईसी से मनीष उपाध्याय की तरफ से माफी मांगी और मामले को रफा दफा करने को कहा, जिसके बाद भाजपा नेता ने लिखित और मौखिक तौर पर डाक्टर को माफ़ीनामा देकर मामला शांत करा दिया| वहीं, पीडित डाक्टर सरफराज ने बताया कि उन्होने मरीज का इलाज ठीक से किया था, लेकिन परिजनों ने मारपीट कर दी,फ़िलहाल वह बिना किसी दबाव के सुलह कर रहे हैं | जब कि जिला अस्पताल के एसआईसी डा. एके श्रीवास्तव ने बताया कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करा दिये गये हैं | डॉक्टरों के साथ किसी भी प्रकार की बदतमीजी बर्दाश नही की जाएंगी, आरोपी शख्स ने सभी के सामने माफी मांगी है इसलिये डाक्टर काम पर लौट गये हैं और अब कोई विवाद नही है |
हिन्द न्यूज़ टीवी के लिए बस्ती से सतीश श्रीवास्तव